गृहमंत्री अनिल विज ने अपने निवास स्थान अम्बाला छावनी से परिवार सहित उन सभी विभागों के कर्मचारियों के लिए थाली व तली बजायी जिन्होंने जनता कर्फ्यू के दौरान जनता के लिए अपनी सेवाएं दीं. अनिल विज ने कहा कि कोरोना जैसी भयंकर बीमारी के खिलाफ जो डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, नगर निगम, पुलिस प्रशासन और अन्य अधिकारियों और कर्मचारी जो अपनी जान को जोखिम मे डालकर लोगों को इससे बचाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं, आज सारे राष्ट्र मे ताली और थाली बजाकर उनका आभार प्रकट किया है, उनका सम्मान किया है और उनकी हौसलाअफजाई की है। विज ने कहा कि इस तरह से उनको ये सन्देश दिया है कि पूरा देश उनके साथ खड़ा हुआ है। ऐसा करने से काम करने वालो का बहुत हौसला बढता है। अनिल विज ने स्पष्ट किया कि कोरोना के खिलाफ अभी काफी लड़ाई बाकी है लेकिन कोरोना हारेगा और हम जीतेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि हरियाणा मे अभी तक आठ मामले हुए है। स्वास्थ्य सेवाओं मे सुधार करने और कोरोना से लड़ने के लिए 2400 आईशोलेशन बैड तैयार किए हैं, 6000 कोरेंटाइन सुविधा तैयार की है. उन्होंने कहा कि आज के समय मे हमारे मेडिकल कॉलेज मे 190 वेंटिलेटर हैं, 210 वेंटिलेटर हम और लगाने जा रहे हैं, जिससे 400 वेंटिलेटर हो जाएंगे। सभी प्रकार का जो मेडिकल स्टाफ को सेनिटाईजर, मास्क, फुल सूट या अन्य मेडिकल इक्विपमेंट, दवाइयां सभी अच्छी मात्रा मे हमने प्राप्त कर ली है और पूरी तरह से कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए हम तैयार हैं।
केरोना से निपटने के लिए कई राज्यो को लॉक डाउन किया गया है, हरियाणा को भी लॉक डाउन करने के सवाल पर अनिल विज ने कहा कि कैबिनेट सेके्रटरी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग हुई है जिसमे उन्होंने सभी राज्यों को कहा है कि जिन-जिन जिलों से कोरोना के केस सामने आए हैं उन जिलों को लॉक डाउन करें. देश मे लगभग 75 जिलों को लॉक डाउन किया जा रहा है और हरियाणा मे भी 7 जिलों को जिनमे पांच एनसीआर के जिले जिनमे गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत आदि और पानीपत व पंचकूला को लॉक डाउन किया जा रहा है। अगर जरुरत पड़ेगी तो और जिलों को लॉक डाउन किया जाएगा।
जनता कर्फ्यू को और आगे बढ़ने की संभावना पर अनिल विज ने कहा कि जनता कर्फ्यू तो एक रिहर्सल है। आवश्यकता पड़ने पर कई-कई दिन के जनता कफर्यू लगाने पड़ सकते हैं।
कोरोना के इलाज के लिए कुछ दवाईयों का नाम सोशल मीडिया पर वायरल होने पर उनकी मांग बढ़ने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि सेल्फ मेडिकेशन से पूरी तरह से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी कैमिस्ट दवाई न दे। ये डॉक्टर निर्धारित करेंगे कि किस मरीज को कौन सी दवाई की जरूरत है।