चंडीगढ/04मार्चः शिरोमणी अकाली दल के विधायक दल ने आज पंजाब विधानसभा स्पीकर राणा केपी सिंह से अनुरोध किया है कि वह उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, जिन्होने अकाली-भाजपा विधायकों के कार्यालयों की घेराबंदी करके उनके विशेषाधिकार का उल्लंघन किया है। विधायक दल ने कहा कि पुलिस ने यह कार्रवाई बहबलकलां पुलिस फायरिंग केस के मुख्य गवाह की पत्नी तथा बेटे को विधायकों के पास अपने दुखड़े बयान करने से रोकने के लिए की थी।
इस संबधी स्पीकर से मिलकर सरदार शरनजीत सिंह ढ़िल्लों के नेतृत्व वाले अकाली विधायक दल ने बताया कि बहबलकलां पुलिस गोलीबारी के मुख्य गवाह सुरजीत सिंह की पत्नी जसबीर कौर तथा बेटे लखविंदर सिंह ने अकाली-भाजपा के पास पहुंच की थी, क्योंकि वह स्वर्गीय सुरजीत सिंह की मौत का इंसाफ लेने के लिए उन्हे आ रही मुश्किलों के बारे बताना चाहते थे। उन्होने बताया कि जब मां तथा पुत्र अकाली-भाजपा सदस्यों के पास बैठे थे तो पीड़ित परिवार के अपहरण के उद्देश्य से 30-40 पुलिस कर्मियों ने अकाली-भाजपा के कार्योलयों के आगे घेराबंदी कर ली थी।
इस पुलिस कार्रवाई को अकाली-भाजपा विधायकों ने विशेषाधिकार का उल्लंघन करार देते हुए सरदार ढ़िल्लों ने कहा कि हमने स्पीकर से आग्रह किया है कि इस निंदनीय पुलिस कार्रवाई का सख्त नोटिस लिया जाए तथा पूरे मामले की जांच करवाकर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस मसले पर स्पीकर से मिलने वाले अकाली विधायको में बिक्रम सिंह मजीठिया, पवन कुमार टीनू, गुरप्रताप सिंह वडाला, रोजी बरकंदी, मनप्रीत सिंह अयाली, हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा, बलदेव खैहरा तथा डॉ. सुखविंदर सुक्खी शामिल थे।