गुप्ता को बर्खास्त करने की मांग की, पुलिस प्रमुख तथा सोनिया गांधी के पुतले जलाए
चंडीगढ़/23फरवरीः कांग्रेस पार्टी तथा गांधी परिवार द्वारा रची एक गहरी साजिश के तहत् सिखों के खिलाफ ‘आतंकवादी’ जैसी अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए आज यूथ अकाल दल के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं द्वारा पंजाब के विभिन्न जिलों में रोष प्रदर्शन किया। इतना ही नही, उन्होने पुलिस प्रमुख को तत्काल बर्खास्त किए जाने की मांग की तथा सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए उसके खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई की मांग की।
यूथ अकाली कार्यकताओं ने श्री मुक्तसर साहिब, श्री अमृतसर साहिब, लुधियाना, जालंधर, फरीदकोट तथा बाकी जिलों में दिनकर गुप्ता-मुर्दाबाद तथा सोनिया गांधी-मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए बाजारों में रोष मार्च किया तथा बाद में जिला प्रशासकी कार्यालयों के आगे धरने दिए। उन्होने डीजीपी तथा कांग्रेस प्रमुख के पुतले भी जलाए तथा उनकी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सभी सिखों को ‘आतंकवादी’ करार देने की लाईन पर चलने के लिए भी सख्त आलोचना की।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए यूथ अकाली नेताओं गुरप्रताप सिंह टिक्का तथा तलबीर सिंह गिल ने कहा कि एक शांतिप्रिय भाईचारे के खिलाफ झूठा प्रचार करने के लिए पंजाब के डीजीपी को तत्काल बर्खास्त करना चाहिए। सिख हमेशा समाज के गरीब वर्गों की रक्षा करने के लिए जाने जाते हैं। उन्होने कहा कि श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के बारे यह कहकर कि वह आसानी से आतंकवादी बन सकते हैं, पंजाब के डीजीपी ने साबित कर दिया है कि वह जानबूझ कर सिखों की छवि खराब करने का प्रयास कर रहा है, जिसके लिए ऐसा लगता है कि वह 10 जनपथ दिल्ली से सीधे निर्देश हासिल करता है।
यूथ नेताओं ने दुनिया भर के सिखों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए दिनकर गुप्ता से सार्वजनिक क्षमायाचना की मांग की। उन्होने कहा कि उन सभी सिख श्रद्धालुओं, जोकि पवित्र स्थान श्री करतारपुर साहिब के दर्शन कर चुके हैं, ‘संभावी आंतकवादी’ करार देकर डीजीपी ने एक बहुत बड़ी बेअदबी की है। उन्होने कहा कि गुप्ता को जवाब देना चाहिए कि अब तक इस पवित्र स्थान के दर्शन करने वाले 50 हजार श्रद्धालुओं में से कितने आंतकवादी बन चुके हैं?
विभिन्न जिलों में इन रोष प्रदर्शनों का नेतृत्व करने वाले यूथ नेताओं में गुरदीप सिंह गोशा, अकाशदीप सिंह मिढ़ूखेड़ा, सुखदीप सिंह सुकर तथा तजिंदर सिंह निझर शामिल थे।