चंडीगढ़, 13 फरवरी (विश्व वार्ता):पंजाब सरकार द्वारा पंजाबी मातृभाषा को समर्पित उत्सव मनाने का फैसला किया है। इस सम्बन्धी पर्यटन और सांस्कृतिक मामले / तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण स. चरनजीत सिंह चन्नी का अध्यक्षता अधीन हुई मीटिंग में यह फ़ैसला लिया गया। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री स. चन्नी ने बताया कि मीटिंग में लिए फ़ैसले के अनुसार सरकार की तरफ से ‘पंजाबी बोली और सांस्कृतिक उत्सव ’ 14 से 21 फरवरी तक मनाया जायेगा।
इस सम्बन्धी बनाऐ गए प्रोग्रामों संबंधी उन्होंने बताया कि 14 फरवरी, 2020 को पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला में ‘पंजाबी बोली और सांस्कृति उत्सव’ का उद्घाटनी समारोह होगा। जिसमें डा. सुरजीत पातर और डा. वरियाम सिंह संधू के पंजाबी भाषा को पेश चुनौतियां और हल सम्बन्धी भाषण करवाए जाएंगे। उसके उपरांत पंजाबी संस्कृति से सम्बन्धी प्रस्तुतिकरण करवाई जाएंगी और पंजाबी बोली के विकास के लिए काम करने वाली 11 अहम शख्सियतों का सम्मान किया जायेगा। इस समागम में मुख्य मेहमान के तौर पर तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा, ग्रामीण विकास व पंचायत, पशु पालन, मछली पालन, डेयरी विकास और उच्च शिक्षा मंत्री और चरनजीत सिंह चन्नी, पर्यटन और सांस्कृतिक मामले, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण, रोजग़ार सृजन विभाग मंत्री शामिल होंगे।
इससे अगले दिन 15 फरवरी को पंजाब आर्ट कौंसिल, सैक्टर-16, चंडीगढ़ में पंजाबी कवि दरबार और गीत /गज़लों का प्रोग्राम करवाया जायेगा। इसके उपरांत नामवर कवियों का सम्मान किया जायेगा। 17 फरवरी, 2020 को गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर में एक अंतर राष्ट्रीय स्तर का पंजाबी भाषा संबंधी सैमीनार और विचार-चर्चा होगी। इसके उपरांत नामवर शख्सियतों का सम्मान किया जायेगा।
इसी लड़ी के अंतर्गत तारीख़ 18 फरवरी, 2020 को पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला के कैंपस (कला भवन) में अलग-अलग 4 यूनिवर्सिटियों (गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर, पंजाब यूनिवर्सिटी चण्डीगढ़, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला और पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी लुधियाना) के इनाम विजेता टीमों का नाटक मुकाबला करवाया जायेगा। इसके उपरांत ‘पंजाब संगीत और नाटक अकादमी की तरफ से ‘लूना ’ नाटक की पेशकारी की जायेगी।
19 फरवरी, 2020 को गुरू नानक भवन लुधियाना में पंजाब से सम्बन्धित लोक नाच /लोक गीत पेश किये जाएंगे। जिसके अंतर्गत भंगड़े और गिद्दे की टीमों का मुकाबला करवाया जायेगा। इसके उपरांत बाद दोपहर 4 बजे डा. सतीन्द्र सरताज द्वारा सांस्कृतिक गीतों का प्रोग्राम पेश किया जायेगा।
इस उत्सव के आखिरी दिन 21 फरवरी, 2020 को पंजाब आर्ट कौंसिल द्वारा पंजाब सहित अकादमी लुधियाना और पंजाब आर्ट कौंसिल चण्डीगढ़ में पंजाबी मातृभाषा से सम्बन्धित अलग तौर पर प्रोग्राम (पंजाबी गीत /बाल गीतों का गायन आदि) आयोजित किये जाएंगे।
इन प्रोग्रामों के अलावा भाषा विभाग द्वारा पटियाला में एक प्रोग्राम करवाया जा रहा है, जिसमें खोज पर्चे पढ़े जाएंगे और कवि दरबार करवाया जायेगा।
इस मीटिंग में पंजाबी बोली को समर्पित 16 और 17 मार्च को करवाए जाने वाले ‘अंतर राष्ट्रीय फि़ल्म उत्सव -2020 ’ संबंधी रूप-रेखा संबंधी विचार किया गया जिसके अंतर्गत इन 2दिनों के ‘अंतर-राष्ट्रीय पंजाबी फि़ल्म मेले के दौरान पंजाबी से सम्बन्धी कुछ मशहूर फिल्में दिखाईं जाएंगी और इन फिल्मों से सम्बन्धित प्रोड्यूसर /डायरैक्टर /कलाकारों का सम्मान किया जायेगा। इसका उद्घाटन 16 मार्च को कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी, पर्यटन और सांस्कृतिक मामले, तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण, रोजग़ार सृजन विभाग करेंगे। 17 मार्च, 2020 को समाप्ति समारोह के दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पंजाबी फि़ल्म उद्योग में अहम रोल अदा करने वाली शख्सियतों का सम्मान करेंगे।