18 जनवरी को महिला किसान दिवस मनाएंगे
अब नई कूटनीति के तहत आगे बढऩे की तैयारी में किसान संगठन
पंजाब सहित अन्य राज्यों में जनसंपर्क अभियान जारी
23 जनवरी को देशभर में राजभवनों पर डालेंगे डेरा- किसान संगठन
70 से ज्यादा किसान हो चुके हैं शहीद
सरकार किसान आंदोलन को खींचना चाहती लंबा – किसान संगठन
आंदोलन को सफल बनाने के लिए रखना होगा फूंक-फूंक कर कदम
महिलाओं और युवाओं को कर रहे हैं आंदोलन में शामिल
चंडीगढ़, 17 जनवरी (विश्ववार्ता):कृषि कानूनो के रद्द करवाने को लेकर अडे किसान संगठनो की आज 9वें दौर की बातचीत भी असफल होने के बाद अब 10वें दौर की बातचीत 19 जनवरी को होगी। वही अब किसान संगठनो ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च से पहले किसान यूनियनों ने 18 जनवरी को महिलाओं को एकजुट करने के लिए महिला किसान दिवस और 23 जनवरी को देशभर में राजभवनों के बाहर डेरा डालने का निर्णय किया है। साथ ही ट्रैक्टर मार्च को सफल बनाने के लिए पंजाब सहित अन्य राज्यों में जनसंपर्क अभियान जारी कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति हरियाणा के प्रदेश प्रभारी महेंद्र राठी ने कहा कि अब तक 70 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। सरकार किसान आंदोलन को लंबा खींचना चाहती है ताकि किसान खुद ब खुद अपना आंदोलन खत्म कर दें। अब किसान संगठनो को हर कदम फूंक फूंक रखना होगा क्योकि एक भुल आंदोलन के लिए भारी पड सकती है। अब किसान संगठन आंदोलन को विस्तारित करने में लगे हुए हैं। पंजाब सहित देश के अन्य राज्य हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल के किसानों को अब तक आंदोलन से जोड़ चुके हैं। 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड को सफल बनाने के लिए किसान यूनियनें महिलाओं और युवाओं को खासकर शामिल कर रही हैं।