विनी महाजन द्वारा कोरोना की संभावित दूसरी लहर के मुकाबले के लिए राज्य की तैयारियों का जायज़ा
लोगों को ज़रूरी सावधानियां बरतने की अपील
मुख्य सचिव ने अस्पतालों में कोविड मरीज़ों की संभाल के प्रबंधों की समीक्षा करने के लिए भी कहा
चंडीगढ़, 21 नवंबर: राज्य में कोरोनावायरस के बढ़ रहे मामलों के मुकाबले के लिए मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन द्वारा आज यहाँ प्रशासनिक सचिवों को सम्बन्धित जिलों का दौरा करने और कोविड-19 के लिए किए गए प्रबंधों का जायज़ा लेने का निर्देश दिया, जिससे इस महामारी की संभावित दूसरी लहर से पहले मरीज़ों और उनके संपर्कों की पहचान के अलावा कोविड टेस्टिंग के ढांचे और अस्पतालों में तीसरे स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं को और मज़बूत किया जा सके।
मुख्य सचिव ने कहा कि सभी सम्बन्धित अधिकारियों को पहले ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि हरेक कोविड मरीज़ के कम से कम 15 संपर्कों की पहचान को यकीनी बनाया जाए और उनकी कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के मुताबिक जांच की जाए।
स्वास्थ्य और अन्य सभी सम्बन्धित विभागों को इस महामारी की संभावित दूसरी लहर से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश देते हुए श्रीमती विनी महाजन ने कहा कि राज्य के लोगों की भी यह जि़म्मेदारी बनती है कि वह सख्ती से सुरक्षा नियमों की पालना करते हुए बीमारी के खि़लाफ़ लड़ाई में सक्रियता से हिस्सा लें, उन्होंने लोगों से अपील की कि जब तक कोविड की वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक मिशन फ़तेह के मंत्र ‘मास्क ही वैक्सीन है’ को अपनाएं।
डीजीपी श्री. दिनकर गुप्ता ने कहा कि पुलिस कोरोनावायरस के खि़लाफ़ लड़ाई में भविष्य में भी अग्रणी भूमिका निभाती रहेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस कोविड-19 सुरक्षा नियमों को लागू करने में सिविल प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री हुसन लाल और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के प्रमुख सचिव श्री डी.के. तिवाड़ी ने कोरोनावायरस की संभावित दूसरी लहर के मुकाबले के लिए पूरी तैयारी होने का भरोसा दिया।
इसके बाद मुख्य सचिव ने कोविड के नए मामलों में वृद्धि का जायज़ा लेने के लिए डिप्टी कमिश्नरों, पुलिस कमिश्नरों, एस.एस.पीज़ और म्यूंसीपल कमिश्नरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा मीटिंग की। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों, एस.एस.पीज़ और स्वास्थ्य अधिकारियों को कहा कि वह बड़े सामाजिक भीड़-भाड़ पर सख़्ती से नजऱ रखें और इसके साथ ही घरों में एकांतवास मरीज़ों की नियमित निगरानी यकीनी बनाई जाए। उन्होंने कहा कि जि़ला प्रशासन को कोविड प्रोटोकॉलों, ख़ास तौर पर हाथ धोने और मास्क पहनने को सख्ती से लागू करने के लिए शिक्षा संस्थाओं के साथ मिलकर काम करना चाहिए, जिससे इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके। इस बीमारी के खि़लाफ़ लड़ाई में उठाए गए सकारात्मक कदमों के लिए विभागों की प्रशंसा करते हुए मुख्य सचिव ने पुलिस और सिविल प्रशासन के तालमेल की भी सराहना की।