6 बार की वर्ल्ड चैंपियन मैरी कॉम ने बॉक्सिंग को कहा अलविदा
मैरी कॉम ने क्यों छोड़ी बॉक्सिंग ?
चंडीगढ, 25 जनवरी: (विश्ववार्ता) 6 बार की विश्व चैंपियन और 2012 ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम ने बुधवार को मुक्केबाजी से संन्यास लेने की घोषणा की। 41 वर्षीय कॉम ने हालांकि स्वीकार किया कि उन्हें अभी भी एलीट लेवल पर खेलने की भूख है, लेकिन एज लिमिटेशन की वजह से उन्हें रिटायर होना पड़ रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) के नियमों के अनुसार, मणिपुर में जन्मीं मैरी कॉम नवंबर 2023 में 41 वर्ष की हो गई थी और 40 या उससे अधिक उम्र के एथलीटों को पेशेवर मुक्केबाजी टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति नहीं है। कॉम ने खुलासा किया कि वह अपनी उम्र के कारण प्रोफेशनल मुक्केबाजी में भाग ले सकती। लेकिन भविष्य में इस खेल से जुड़ी रहेंगी।
मैरी कॉम ने मुक्केबाजी इतिहास में कई कीर्तिमान रचे हैं। मैरी कॉम विश्व की पहली महिला मुक्केबाज हैं, जिन्होंने छह बार विश्व विजेता का खिताब जीता है। वहीं, मैरी कॉम 2014 के एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला हैं। उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। 2006 में मैरीकॉम को पद्मश्री, 2009 में उन्हें देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी नवाजा गया।
पिछले माह दिसंबर के मध्य में खेलो इंडिया पैरा खेलों में शामिल हुईं मैरी कॉम ने कहा था कि मैं खेलना चाहती हूं लेकिन उम्र के कारण मैं ऐसा नहीं कर सकती। लेकिन मैं फिर भी मुक्केबाजी से जुड़ा ही कुछ करने की कोशिश करूंगी। मैं पेशेवर बन सकती हूं लेकिन अभी यह साफ नहीं है।