*1 अप्रैल से पंजाब के किसी किसान-मजदूर को खुदकुशी के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा: अरविंद केजरीवाल*
*-मानसा में किसानों से रू-ब-रू हुए अरविंद केजरीवाल*
*-चन्नी को बोले केजरीवाल, जब असली मिल रहा हो तो नकली को कोई क्यों देखे*
*-टिकरी सीमा पर शहीद हुई किसान महिलाओं को दी श्रद्धांजलि*
*-पंजाब में खेती आधारित उद्योग लाए जाएंगे: केजरीवाल*
*-कृषि को लाभदायक धंधा बनाने के लिए हम किसानों को सुनने आए हैं सुनाने नहीं- भगवंत मान*
*मानसा/बठिंडा/चंडीगढ़ 28 अक्तूबर*आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय कन्वीनर एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों और मजदूरों से अपील की है कि बरसात, तूफान और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के कारण निराशा में खुदकुशी जैसा कोई भी गलत कदम नहीं उठाया जाए। उन्होंने भरोसा दिया कि यदि मौजूदा चन्नी सरकार लागत खर्च के अनुसार उचित मुआवजा देने में असफल रहती है तो आम आदमी पार्टी की सरकार किसानों और खेत मजदूरों को 30 अप्रैल 2022 तक बनता उचित मुआवजा देगी।
अरविंद केजरीवाल वीरवार को मानसा में किसानों के साथ ‘केजरीवाल की बातचीत’ कार्यक्रम में किसानों के रू-ब-रू हुए। इस मौके पर उनके साथ मंच पर सांसद एवं ‘आप’ पंजाब के अध्यक्ष भगवंत मान, पंजाब मामलों के इंचार्ज जरनैल सिंह, सह-प्रभारी राघव चड्ढा, नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, किसान विंग पंजाब के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां उपस्थित थे। मंच का संचालन प्रो. बलजिंदर कौर ने किया।
कार्यक्रम की शुरूआत टिकरी बॉर्डर पर हुए हादसे में शहीद हुए गांव खीवा दियालुवाला (मानसा) की तीन किसान महिलाओं को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भेंट करने से की गई। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 1 अप्रैल 2022 के बाद पंजाब के किसान, खेत मजदूर फसलों के खराब होने के कारण खुदकुशी के लिए मजबूर नहीं होंगे।
यह मेरा (केजरीवाल का) वादा है और केजरीवाल जो कहता है वह करके दिखाता है। 30 अप्रैल 2022 तक हर प्रभावित किसान और मजदूर के बैंक खाते में फसलों के नुकसान का मुआवजा पहुंच जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा क्वक्वजब कोई भी किसान खुदकुशी करता है तो मुझे बहुत दुख होता है। आजादी के 70 साल बाद भी किसान खुदकुशी के लिए मजबूर है लेकिन अन्य पार्टियों के नेताओं को कोई दुख नहीं होता। यदि इतनी संवेदना नेताओं में होती तो देश का किसान, खेत-मजदूर और खेतीबाड़ी पर निर्भर सभी काम-धंधे और कारोबार ऐसे संकटों का सामना न करते।
उन्होंने बताया कि जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तो उस दौरान वहां किसानों की फसल खराब हुई थी। ‘आप’ की सरकार ने किसानों की लागत 18 हजार से अधिक 20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया था। पंजाब में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने किसानों के साथ खेतों में जाकर फोटो जरूर खिंचवा ली और बसों पर भी लगवा दी। लेकिन किसानों को न गुलाबी सूंडी और न ही बरसात से खराब हुई फसलों का कोई मुआवजा मिला है। केजरीवाल ने कहा कि नकल करना आसान है लेकिन अमल करना बहुत मुश्किल है। इसलिए पंजाब के लोग नकल करने वालों की बातों में नहीं आएंगे, क्योंकि उनके सामने ऑरीजिनल (असली) केजरीवाल खड़ा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पंजाब के किसानों को कहा कि क्वआप’ की सरकार बनने के तुरंत बाद 30 अप्रैल तक सभी प्रभावित किसानों के बैंक खातों में मुआवजा राशि पहुंच जाएगी। केवल किसान ही नहीं खेत मजदूरों को भी उचित मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजा कितना होगा, इसके लिए किसानों के साथ पहले बातचीत की जाएगी और लागत-खर्च के आधार पर ही मुआवजा राशि तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल केवल घोषणा नहीं करता बल्कि काम करके दिखाता है। क्योंकि दिल्ली में अच्छे स्कूल, शिक्षा, अस्पताल और अच्छे इलाज का प्रबंध करके दिखाया है।
केजरीवाल ने कहा नकली दूध, पशु बीमा और पराली की समस्या का समाधान किया जाएगा। पराली से बिजली, गत्ता और कृषि आधारित उद्योग और डीएपी खाद के कारखाने लगाए जाएंगे। जिससे पंजाब के नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा। खेतीबाड़ी और सभी संबंधित धंधों को लाभदायक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजाब की खेतीबाड़ी के विकास के लिए आम आदमी पार्टी द्वारा एक विशेष योजना बनाई जा रही है, इसकी घोषणा केजरीवाल अगले महीने किया जाएगा।
इस मौके पर संबोधित करते हुए भगवंत मान ने कहा कि ‘किसानों के साथ केजरीवाल की बातचीत’ कार्यक्रम न कोई सियासी रैली है और न ही कोई शक्ति प्रदर्शन है। मान ने बताया कि है कार्यक्रम किसान, खेत-मजदूरों और खेतीबाड़ी को दरपेश संकट व समस्याओं और उनके समाधान के लिए सुझाव जुटाने का गंभीर प्रयास है। इसके आधार पर पार्टी अपना चुनावी मैनिफेस्टो तैयार करेगी। भगवत मान ने कहा कि ‘आप’ और अन्य दूसरी पार्टियों में यही एक अंतर है कि परंपरागत दलों के नेता जनता को केवल अपने मन की बात सुनाने के लिए आते हैं, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) जनता की बात सुनने जनता के दरवाजे पर आई है, ताकि आपकी मुश्किलों और उनके सुझाए समाधान के आधार पर पार्टी अपना चुनावी मैनिफेस्टो और अपनी पॉलिसी कार्यक्रम सामने रख सके। मान ने कहा कि यह तभी संभव है यदि पंजाब के लोग इस बार आम आदमी पार्टी को मौका देंगे।
इससे पहले अरविंद केजरीवाल सुबह 11 बजे रेलगाड़ी से संगरूर पहुंचे और उसके बाद ‘आप’ पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सांसद भगवंत मान के घर पहुंचे। यहां से केजरीवाल का पार्टी नेताओं और मंत्रियों द्वारा जोरदार जोरदार स्वागत किया गया। केजरीवाल ने भगवंत मान के घर पर ही पार्टी के विधायकों के साथ विशेष बैठक भी की।