चंडीगढ़, 30 अप्रैल (विश्ववार्ता): हरियाणा के सरकारी महकमों ने लॉकडाउन के दौरान बड़े पैमाने पर अनुबंध कर्मियों की छंटनी कर दी है। नौकरी से निकाले गए कच्चे कर्मचारी काफी समय से अपनी सेवाएं दे रहे थे। निजी कारखानों व कंपनियों के कर्मचारियों का रोजगार बचाना तो दूर सरकार अपने कर्मचारियों की नौकरी ही सुरक्षित नहीं रख पा रही है। लॉकडाउन लंबा खिंचा तो महकमे और कच्चे कर्मचारियों को भी निकाल सकते हैं। अभी तक मीरपुर यूनिवर्सिटी से 84 सहायक प्रोफेसर व 8 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, शिक्षा विभाग से 202 वोकेशनल टीचर, नगर निगम सोनीपत से 180 सफाई कर्मचारी, विद्युत प्रसारण निगम से 54 व उत्पादन निगम से 10 कर्मचारी निकाले जा चुके हैं। सैकड़ों फायर ब्रिगेड कर्मचारियों के अलावा पालिका व परिषदों में भी सफाई कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त की गई हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के संज्ञान में भी मामला आ चुका है। सीएम कार्यालय ने सभी विभागों, बोर्ड, निगमों व अन्य संस्थानों से लॉकडाउन के दौरान निकाले गए कर्मचारियों की सूचना मांगी है। मंगलवार को सर्व कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुभाष लांबा ने सीएम के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी ये मामला उठाया था।