स्पीकर द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए कल्याण नीति की मांग
चंडीगढ़, 20 अक्तूबरःपंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह ने आज समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए एक विशेष कल्याण योजना और नीति की मांग की, चाहे वे किसी भी जाति, पंथ, रंग या धर्म के हों।
अध्यक्ष ने कहा कि कोविड महामारी के प्रभाव को देखते हुए इस तरह की योजना की तत्काल आवश्यकता है, जिसने समुदायों, विशेषकर शहरी क्षेत्रों के लोगों को आर्थिक रूप से तबाह और बर्बाद करके रख दिया है।
आज यहां जारी एक बयान में राणा ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बहुत ही कम समय में पंजाब भर में लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा के लिए बधाई दी।
उन्होंने कहा कि समाज का एक बड़ा वर्ग अभी भी उपेक्षित है और हाशिए पर है क्योंकि यह सरकार की किसी भी कल्याणकारी योजना के अंतर्गत नहीं आता है। उन्होंने कहा, ‘‘इसी कारण से मेरा सरकार को एक सुझाव है कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की पहचान की जानी चाहिए और समाज के अन्य कमजोर वर्गों की तर्ज पर राहत प्रदान की जानी चाहिए ताकि कोई भी वंचित न रहे।’’
इसके अलावा, अध्यक्ष ने कहा कि कोविड महामारी से बुरी तरह प्रभावित लोग और प्रतिनिधिमंडल उनसे मुलाकात करने आते रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने अत्यधिक आमदन वाली नौकरियां खो दी हैं। बहुत सी फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं जिससे बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो गए हैं।” उन्होंने साथ ही कहा कि अच्छी तरह से संपन्न परिवार रातोंरात गरीबी हो गए हैं और उन्हें आशा की कोई भी किरण नहीं दिख रही है।
कुछ राहत उपायों का सुझाव देते हुए राणा ने कहा कि सरकार समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की पहचान करने के लिए एक विशेष समयबद्ध सर्वेक्षण कर सकती है, जो ज्यादातर शहरी क्षेत्रों में रहते हैं और उन्हें राहत और मुआवजा प्रदान करना शुरू कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रगति का उद्देश्य समावेशी होना चाहिए और लोगों के आर्थिक कल्याण को ध्यान में रखते हुए इसमें सभी को शामिल किया जाना चाहिए’’।