विदेश मंत्रालय से कहा कि वह प्रवासियों की सहायता के लिए पंजाबी समुदाय के नेताओं का सहयोग लें
कहा कि प्रभावित पंजाबियों की सहायता के लिए वह 24 घंटे उपस्थित रहेंगे
चंडीगढ़/20मार्चः शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने कोरोना महामारी के कारण विदेशों में फंसे पर प्रवासियों तथा बाकी पंजाबियों की सहायता के लिए आज कई कदम उठाने की घोषणा की।
सरदार बादल ने आज भारत सरकार को विदेशों में सभी भारतीय मिशनों के अंदर खासतौर पर कैनेडा, अमेरिका, इंगलैंड,इटली, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी में पंजाबी प्रवासियों के लिए हेल्पलाईन नंबरों वाले ‘विशेष सैल’ स्थापित करने के लिए कहा है। उन्होने कहा कि मिडल ईस्ट में बड़ी संख्या में सिख रहते है, उनकी सहायता के लिए विशेष सैल शुरू किए जाएं। सरदार बादल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा विदेश मंत्री को यह सुनिश्चित करने के लिए आग्रह किया है कि प्रवासी खासतौर पर पंजाबी यह महसूस करें कि इस आवश्यकता की घड़ी में उनके अपने देश की सरकार पूरी तरह से उनके साथ डटकर खड़ी है।
सरदार बादल ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि वह विदेशों में सभी भारतीय मिशनों को निर्देश दें कि वह भारतीय मूल के लोगों की समय पर लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए वहां के राजनीतिक तथा समुदाय के नेताओं के अलावा एनओजीज् तथा समाज सेवी संगठनों से संपर्क करें।
सरदार बादल ने चंडीगढ़ में पार्टी के मुख्य कार्यालय को इस बारे लगातार सचेत रहने का निर्देश देते हुए कहा कि विदेशों में पंजाबियों की सहायता के लिए वह 24 घंटे उपस्थित रहेंगे। उन्होने कहा कि हमे हर स्थिति में भारत सरकार तथा विदेशों में भारतीय मिशनों के जरिए पंजाबियों की सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि बड़ी संख्या में पंजाबी वर्तमान समय में पंजाब आए हुए हैं। उन्होने पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं से कहा कि आए हुए प्रवासियों को जो भी सहायता की आवश्यकता है, वह तत्काल जाकर उनकी सहायता करें। उन्होने कहा कि हमारे नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित बनाना चाहिए कि इन हालातों में, जहां बिना बात का डर बचने योग्य मुसीबतें पैदा कर सकता है, किसी भी प्रवासी को कोई तकलीफ न हो। प्रवासियों को जब भी आवश्यकता होगी, अकाली नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को उनकी भी सहायता के लिए उपस्थित रहेंगे।
सरदार बादल ने कहा कि अकाली दल सभी पंजाबियों की पार्टी है, वह चाहे कहीं रहते हों तथा उनका कोई भी धर्म हो। उन्होने कहा कि हम उन सभी के लिए उपस्थित रहेंगे, हम न सिर्फ किसी के इस नामुराद बीमारी से पीड़ित होने की स्थिति में, बल्कि इस बीमारी के कारण पैदा हुई दहशत के बाद समाज में आ रही मुश्किलों से टक्कर लेने के लिए भी हम एक दूसरे के साथ डटकर उनका साथ देंगे।