विरोधी पार्टियां संसदीय समिति के मसले पर कर रही है दुष्प्रचार : भगवंत मान
आप शुरू से ही काले कानूनों का सबसे बड़ा विरोधी रही है, जब तक काले कानून रद्द नहीं होते, हमारा विरोध जारी रहेगा
खुद कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने कहा कि आप ने स्टैंन्डिंग कमेटी में काले कानूनों का विरोध किया
मान ने बैठक की कार्यवाही सार्वजनिक करवाने के लिए हरसिमरत बादल को दी चुनौती, ताकि सच्चाई सामने आ सके
चंडीगढ़, 22 मार्च 2021
संसद की स्टैंन्डिंग कमेटी के मसले पर हो रहे दुष्प्रचार पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि विरोधी पार्टियां झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। सोमवार को पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में आप के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने कहा कि जो लोग काले कानूनों की तारीफ करते नहीं थकते थे, वे आज हमें बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संसद की कमेटी में 14 दलों के 31 सदस्य शामिल थे, जिनमें से अधिकांश सदस्य एनडीए से ताल्लुक रखने वाले थे। कमेटी की बैठक के दौरान आप सहित सारी विपक्षी पार्टियों ने केन्द्रीय कृषि कानूनों का विरोध किया था। मैंने कमेटी के सामने इन कानूनों के विरोध में अपनी बात रखी थी। सबको पता है कि हमने लोकसभा में काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठाई और प्रधानमंत्री मोदी के सामने भी किसानों की आवाज उठाई।
उन्होंने कहा कि इस कानून से जमाखोरों को बढ़ावा मिलेगा। सस्ते सामान की कीमतें आसमान छू जाएंगी और महंगाई के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा। हरसिमरत कौर बादल द्वारा स्थायी समिति के बारे में बोले जा रहे झूठ पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरे पास उनके पुराने सहयोगी मोदी से समिति के कार्रवाही को सार्वजनिक करवाने की खुली चुनौती देता हूं ताकि सच सामने आ सके। बैठक की कार्रवाही ऑन रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि जब हरसिमरत कौर बादल मोदी सरकार के साथ थी तो उनका पूरा परिवार काले कानूनों को बहुत बहुत अच्छा बता रहे थे। अब जब लोग उनकी नियत समझ गए हैं, तो वे झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने में लगे हैं। काले कानूनों को पास कराने के बाद बादल परिवार किसान हितैषी बनने की कोशिश कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि खुद कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा था कि आम आदमी पार्टी सहित सारे विपक्षी दलों ने स्थायी समिति में काले कानूनों का विरोध किया। आम आदमी पार्टी पहले दिन से ही इन तीनों काले कानूनों का विरोध कर रही है। हम काले कानून के खिलाफ सडक़ से लेकर संसद तक विरोध कर रहे हैं। हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक मोदी सरकार इन काले कानूनों को रद्द नहीं कर दे।