राज्य में लगातार हो रही बारिश और जलाशयों के बढ़े जलस्तर के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग का कार्य युद्ध स्तर पर जारी: मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर
चंडीगढ़, 12 जुलाई (विश्ववार्ता) राज्य में लगातार हो रही बारिश और जलाशयों के बढ़े जलस्तर के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है और आवश्यक कार्यों को तैनाती के साथ-साथ प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती की गई है। यह जानकारी आज जल संसाधन मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने विभाग से स्थिति का जायजा लेने के बाद दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर राहत कार्यों में कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है। जल संसाधन विभाग के कर्मचारी विभिन्न नदियों, नहरों, नहरों एवं प्राकृतिक प्रवाह मार्गों पर सतत निगरानी रखते हुए किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
राज्यवासियों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जलमग्न विद्युत ग्रिडों पर जमा पानी की निकासी की जा रही है। अब तक तीन प्रमुख पावर ग्रिडों से पानी निकाल कर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गयी है। मीत हेयर ने आगे कहा कि जल संसाधन विभाग और स्थानीय जिला प्रशासन टूटे हुए या खतरनाक स्थानों की पहचान कर रहा है, जहां मिट्टी से भरे खाली बैग और बोरे भेजे जा रहे हैं। इस कार्य में मनरेगा कर्मियों की मदद ली जायेगी. जलस्तर घटते ही यह कार्य किया जाएगा। सतलुज नदी पर धुसी बांध टूटने की घटना को गंभीरता से लेते हुए अन्य स्टेशनों पर तैनात एक्सियन और उनकी टीमों को दरार की तत्काल मरम्मत के लिए उक्त स्थानों पर तैनात किया गया है। सेना, एनडीआरएफ, मंडी बोर्ड की मदद से दो स्थानों पर गैप भरा जा रहा है। मीत हेयर ने कहा कि विभाग सभी बांधों के जलस्तर और नदियों/नहरों की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है।