राज्य में अत्याधुनिक लाइब्रेरियां स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री की मुहिम जारी
संगरूर जिले में 4.62 करोड़ की लागत से बनी 14 नयी अत्याधुनिक लाइब्रेरियां लोगों को की समर्पित
लाइब्रेरियों के राज्य में विकास और खुशहाली के केंद्र के तौर पर काम करने की उम्मीद जताई
वार हीरोज़ स्टेडियम में वेट लिफ्टिंग सैंटर और एस्ट्रो टर्फ का किया उद्घाटन
संगरूर, 11 जनवरीः राज्य में अत्याधुनिक लाइब्रेरियां स्थापित करने सम्बन्धी अपनी मुहिम को जारी रखते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज संगरूर जिले में 4.62 करोड़ की लागत से बनी 14 नयी अत्याधुनिक लाइब्रेरियां लोगों को समर्पित की।
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि यह लाइब्रेरियां राज्य के विकास और खुशहाली के केंद्र के तौर पर काम करेंगी और कहा कि इस पहलकदमी का उद्देश्य राज्य के नौजवानों में पढ़ने की आदत पैदा करना है। उन्होंने कहा कि यह कदम नौजवानों के सशक्तिकरण और उनको राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में बराबर के हिस्सेदार बनाने में अहम साबित होगा। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद ज़ाहिर करते हुये कहा कि यह लाइब्रेरियां नौजवानों की तकदीर बदलने में अहम भूमिका निभाएंगी, जहाँ से पढ़ कर राज्य के नौजवान बड़े अफ़सर, विज्ञानी, डाक्टर, तकनीकी माहिर और अन्य ऊँचे पदों पर बिराजमान होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अव्वल दर्जे की लाइब्रेरियां अत्याधुनिक सहूलतों से लैस हैं जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि यह पुस्तक प्रेमियों के लिए अधिक से अधिक लाभदायक साबित हों। उन्होंने कहा कि यह लाइब्रेरियां हाईटेक सहूलतों जैसे एयर कंडीशनर, इनवरटर, सी. सी. टी. वी. कैमरे, वाई-फाई और अन्य सहूलतों से लैस हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह लाइब्रेरियां असली मायने में ज्ञान और साहित्य का भंडार हैं। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गौरव की बात है कि इन अत्याधुनिक लाइब्रेरियों में अलग-अलग विषयों से सम्बन्धित मूल्यवान किताबें मौजूद हैं, जो पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाइब्रेरियों के संग्रह में कुछ दुर्लभ और कीमती पुस्तकें शामिल हैं, जो पुस्तक प्रेमियों के लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह लाइब्रेरियां विद्यार्थियों की तकदीर बदलने में अहम भूमिका निभाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका उद्देश्य यह यकीनी बनाना है कि नौजवान हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करें और राज्य में से ऐसे हुनरमंद नौजवान पैदा किये जा सकें, जो अलग-अलग क्षेत्रों में राज्य का नाम रौशन करें।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने वार हीरोज़ स्टेडियम में 14 लाख रूपये की लागत से तैयार वेट लिफ्टिंग सैंटर और 92 लाख से तैयार एस्ट्रो टर्फ लोगों को समर्पित किये। इस मौके पर उन्होंने संबोधन करते हुये कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में खेल को प्रफुल्लित करने पर विशेष ध्यान दिया है, जिससे नौजवानों की असीमित ऊर्जा सही दिशा की तरफ लग रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार ने पहली बार खिलाड़ियों को खेल की तैयारी के लिए फंड दिए हैं जिससे वह खेल मुकाबलों में जीत हासिल कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी का नतीजा है कि पिछले साल हुये एशियाई खेलों में पंजाबियों ने 19 पदक जीते, जोकि एशियाड शुरू होने से लेकर बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह सभी के लिए बहुत गर्व की बात है क्योंकि भारतीय हॉकी दल में 10 खिलाड़ी पंजाब के हैं। भगवंत सिंह मान ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार के अथक यत्नों स्वरूप राज्य के खिलाड़ी पंजाब का नाम रौशन कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को खेल की तरफ उत्साहित करने के साथ-साथ नकद इनाम और अन्य सहूलतों देकर उनका मान-सम्मान भी कर रही है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने फ़ैसला किया है कि पंजाब भर में गणतंत्र दिवस की परेड सिंथेटिक ट्रैक वाले किसी भी ग्राउंड में नहीं करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि परेड के दौरान राज्य और देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दिखाने के लिए कई झांकियां और अन्य समागम करवाए जाते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि समागमों के दौरान परेड के समय वाहनों और अन्य मशीनरी की आवाजाही ट्रैक को नुकसान पहुंचाती है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ट्रैक को नुकसान पहुँचने से खिलाड़ियों को बहुत ज़्यादा दिक्कत पेश आती है, जो बिल्कुल भी ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी भी स्थिति से बचने के लिए राज्य सरकार ने गणतंत्र दिवस की परेड सिंथेटिक ट्रैक वाले किसी भी स्टेडियम में न करवाने का फ़ैसला लिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसी फ़ैसले के अंतर्गत गणतंत्र दिवस के मौके पर लुधियाना में होने वाला समागम अब पी. ए. यू में होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में खेल को प्रफुल्लित करने के लिए वचनबद्ध है और खिलाड़ियों या खेल के बुनियादी ढांचे का कोई नुक्सान नहीं होने दिया जायेगा।
———–