*👉मंडीकरण प्रबंध और एमएसपी खत्म करने से पूर्ण रूप से बर्बाद हो जाएंगे किसान-आढ़तिया और लाखों निर्भर लोग -‘आप’*
*👉🏾बहु रानी की वजीरी के लिए पंजाब का ही सौदा कर गए बादल*
👉🏿*मंत्री सुखी रंधावा को तुरंत बर्खास्त करें कैप्टन*
*चंडीगड़, 6 जून 2020*आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष व सांसद भगवंत मान ने कहा कि केंद्र की नरिन्दर मोदी सरकार पंजाब और हरियाणा के किसानों को पूरी तरह से बर्बाद करने पर तुली हुई है। दोनों प्रदेशों में मौजूद दुनिया के बेहतरीन मंडीकरण प्रबंध को तहस नहस करने और गेहूं-धान की फसलों के कम से कम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को खत्म करने के बारे में जो तानाशाही अध्यादेश पास किए गए हैं, इस विनाशक फैसले के लिए बादल परिवार और कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार बराबर की दोषी है। भगवंत मान शनिवार को राजधानी में मीडिया के रूबरू हुए और कैप्टन अमरिन्दर सिंह और केंद्र की नरिन्दर मोदी सरकार समेत बादल परिवार पर जमकर बरसे। इस मौके उनके साथ नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह, विधायक मीत हेयर, कोर समिति मैंबर और प्रदेश खजांची सुखविन्दर सुखी व गैरी बडि़ंग, पोलिटीकल रिव्यू समिति के चेयरमैन हरचन्द सिंह बरसट, यूथ नेता सन्दीप सिंगला और पार्टी प्रवक्ता गोविन्दर मित्तल मौजूद थे।
कृषि से संबंधित मोदी कैबिनेट के अध्यादेशों को संघीय ढांचे पर सीधा हमला करार देते हुए भगवंत मान ने कहा कि जब पंजाब और हरियाणा के अधिकारों पर डाका लग रहा था तो बादल परिवार की बहु रानी बीबी हरसिमरत कौर बादल कैबिनेट बैठक में उपस्थित थी। भगवंत मान ने कहा, ‘‘ बहु रानी की कुर्सी बचाने के लिए बादल परिवार ने पंजाब और पंजाब के किसानों के हकों और हितों का मोदी सरकार के साथ सौदा कर दिया। असली संघीय ढांचे और आनंदपुर साहिब के प्रस्ताव के द्वारा पंजाब को अधिक अधिकारों के लिए राजनैतिक ड्रामे करने वाला बादल परिवार आज एक वजीरी की खातिर अधिकार छीने जाने का स्वागत कर रहा है। क्या बादल पंजाब के लिए हरसिमरत कौर बादल की कुर्बानी नहीं दे सकते?’’
भगवंत मान ने बताया कि एमएसपी और मौजूदा मंडीकरण प्रबंध खत्म करके मोदी सरकार की ओर से जिन अडानियों-अम्बानियों को पंजाब में उतारा जा रहा है, वह कलस्स्टर कृषि की आड़ में किसानों और खेत मजदूरों को गुलाम बनाऐंगे। जिससे 30 हजार से अधिक आढ़तिए खत्म होंगे। तीन लाख से अधिक मुनीम, पल्लेदार और चालक-ट्रांसपोर्ट पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगे। 1434 खरीद केंद्र बेकार और मंडी बोर्ड की तरफ से ग्रामीण विकास फंड के साथ बनाई गई 71000 किलोमीटर लम्बी लिंक सडक़ें अनाथ हो जाएंगी। पंजाब के खजाने को वार्षिक 12000 करोड़ से अधिक का सीधा नुक्सान होगा। क्या हरसिमरत बादल की कुर्सी की कुर्बानी के लिए इतना नुक्सान कम है?
भगवंत मान ने कहा कि अब केंद्र के अध्यादेशों पर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे कैप्टन अमरिन्दर सिंह स्पष्ट करें कि उन्होंने समय रहते केंद्र सरकार की इतनी घातक प्रस्ताव का विरोध क्यों नहीं किया? घातक संशोधनों को सहमति क्यों दी?
भगवंत मान ने कहा कि केंद्र ने पंजाब के स्त्रोतों और किसानों को नीबू की तरह निचोड़ कर फैंक दिया है। पंजाब के लोग याद रखें कि इस लिए कांग्रेस बादल दल और भाजपा बराबर की जिम्मेदार हैं।
भगवंत मान ने बीज घोटाले और शराब माफिया के बारे कैप्टन अमरिन्दर सिंह को कटघरे में खड़ा करते कहा कि दोनों विभागों के मंत्री खुद कैप्टन अमरिन्दर सिंह है, फिर ऐसा क्यों और कैसे हो गया? उन्होंने दोनों घोटालों की जांच हाईकोर्ट के मौजूदा जजों से करवाने की मांग करते कहा कि कैप्टन का करीबी मंत्री सुख सरकारिया अपने आका के खिलाफ जांच कैसे कर लेगा?
भगवंत मान ने बीज घोटाले में मंत्री सुखी रंधावा की भागीदारी पर हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि कैप्टन के विभाग में घूस कर हजारों करोड़ का घोटाला करने वाले जेल मंत्री सुखी रंधावा को अगर बर्खास्त न किया तो ‘आप’ रंधावा की कोठी के समक्ष धरने लगाएगी।
भगवंत मान ने कांग्रेस के बीज घोटाले के साथ-साथ बादल सरकार के समय तत्कालीन कृषि मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह के 5 लाख क्विंटल गेहूं बीज सब्सिडी घोटाले और तत्कालीन कृषि मंत्री तोता सिंह के नकली बीटी काटन और नकली पैस्टीसाईड वाले ‘चिट्टी मक्खी’ घोटाले की भी याद दिलाई।
राजनैतिक एकांतवास में चल रहे कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू की ‘आप’ में शामिल होने के बारे में पूछे सवाल का जवाब देते भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के हितों के लिए यदि कोई भी पंजाब हितैषी अपने निजी स्वार्थ छोड़ कर बिना किसी शर्त पार्टी में आना चाहता है तो उस का गर्मजोशी के साथ स्वागत है।
चर्चित चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के पंजाब में ‘आप’ के लिए सेवाएं लिए जाने के सवाल पर भगवंत मान ने कहा कि अभी तक हमारी तरफ से कोई ऐसा प्रस्ताव नहीं गया और न ही पार्टी हाईकमान ने हमारे पास रखा है।