*बिजली के मुद्दे पर भगवंत मान के नेतृत्व में ‘आप’ वर्करों ने घेरा कैप्टन का सिसवां फार्म हाऊस*
*…महलों में सो रहे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के पौने तीन करोड़ लोगों का दर्द सुनाने आए हैं-भगवंत मान*
*…कैप्टन अमरिंदर सिंह ने न तो चुनावी वायदे पूरे किये और न ही माफिय़ा राज खत्म किया- हरपाल सिंह चीमा*
*…पुलिस ने भगवंत मान और हरपाल सिंह चीमा समेत अनेकों वर्करों व अधिकारियों को लिया हिरासत में*
चंडीगढ़, 3 जुलाई : पंजाब में बिजली न मिलने के कारण तड़प रहे आम लोगों, किसानों, कारोबारियों और विद्यार्थियों की आवाज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कानों तक पहुंचाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब की ओर से कैप्टन के सिसवां फार्म हाऊस का घेराव किया गया। आम आदमी पार्टी के सूबा प्रधान और सांसद भगवंत मान के नेतृत्व में कैप्टन के फार्म हाऊस के किए गए घेराव में पंजाब भर से पार्टी वर्कर और अधिकारी हजारों की संख्या में शामिल हुए।
इस समय आम आदमी पार्टी की ओर से सिसवां मार्ग पर एक बड़ी रोष रैली की गई, जिस को संबोधन करते सूबा प्रधान भगवंत मान ने कहा, ‘महलों में सो रहे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के पौने तीन करोड़ लोगों का दर्द सुनाने आए हैं, क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बनने के बाद केवल 6 बार ही पंजाब में गए हैं।’ मान ने कहा कि पंजाब के लोग देश भर में से सबसे महंगी बिजली 10 रुपए प्रति यूनिट खरीद रहे हैं, परन्तु लोगों को बिजली फिर भी नहीं मिल रही है। बल्कि भीषण गर्मी में अपने घरों को छोड़ कर और खेतों में धान की फसल लगाने का काम छोड़ सडक़ों पर धरने देने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के तौर पर किसानों के मामले हल करवाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के पास जाना चाहिए और किसानी विरोधी तीनों काले कानून रद्द करवाने चाहिएं।
मान ने कहा कि अकालियों और कांग्रेसियों की मिलीभगत के बुरे नतीजे पंजाब वासी भुगत रहे हैं, क्योंकि आकलियों की सरकार के समय बादल परिवार ने प्राईवेट बिजली कंपनियों के साथ पंजाब विरोधी समझौते किये थे और अब कांग्रेसियों की सरकार ने यह घातक समझौते लागू किये हुए हैं। उन्होंने कहा कि बादलों की सरकार के समय पंजाब विरोधी समझौतों पर हस्ताक्षर करने वाला आई.ए.एस अधिकारी ही आज कैप्टन के मुख्य सलाहकार है। अकाली दल बादल पर तीखे हमले करते भगवंत मान ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल रेत की खड्डों पर छापेमारी करने का नाटक कर रहा है, जब कि पंजाब में रेत माफिय़ा समेत हर तरह का माफिय़ा बादलों ने ही पैदा किया था। उन्होंने टिप्पणी की, ‘‘अकालियों को आज कोई गांवों में घुसने नहीं देता, इस लिए वह अब बिल में ही घुसेंगे।’’
भगवंत मान ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कनवीनर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में आप की सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली प्रति महीना मुफ़्त देने का ऐलान किया है, तो सभी पार्टी के नेता तड़प रहे हैं। परन्तु केजरीवाल ने वायदा ही नहीं किया बल्कि यह गारंटी दी है, क्योंकि उन्होंने यह सब कुछ दिल्ली में करके दिखा दिया है।
इस समय पंजाब विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब घातक समझौतों के कारण सूबे का सरकारी खजाना प्राईवेट बिजली कंपनियों को लुटवाया जा रहा है और इस लूट में कांग्रेसियों और अकालियों ने हिस्सा पत्ती वसूल की है। उन्होंने दोष लगाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने न तो चुनावी वायदे पूरे किये हैं और न ही माफिय़ा राज ख़त्म किया। बल्कि आज भी पंजाब के लोग महंगे रेता, बजरी, बिजली, पेट्रोल और डीज़ल के कारण भारी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। इस समय नेता प्रतिपक्ष की उप नेता सरवजीत कौर माणूंके, प्रिंसिपल बुद्धराम, मीत हेयर, प्रो. बलजिन्दर कौर, कुलवंत सिंह पंडोरी, रुपिन्दर कौर रूबी, मास्टर बलदेव सिंह, मनजीत सिंह बिलासपुर (सभी विधायक), आप के सूबा महासचिव हरचंद सिंह बरसट, सचिव गगनदीप सिंह चड्ढा, खजांची नीना मित्तल, मनविंदर सिंह ग्यासपूरा समेत सीनियर नेता उपस्थित थे।
इसके बाद मुख्यमंत्री के फार्म हाऊस का घेराव करने जा रहे आप वर्करों पर पुलिस ने लाठियां चलाई और पानी की बौछारें मारीं, परन्तु लोगों के बड़े प्रदर्शन ने पुलिस द्वार लगाए रुकावटों को तोड़ दिया। आखिऱ पुलिस ने भगवंत मान और हरपाल सिंह चीमा समेत अनेकों वर्करों और अधिकारियों को हिरासत में ले लिया और अलग अलग थानों में भेज दिया।