दूध लोगों की सबसे अहम ज़रूरत है, इसलिए लोक हित में यह फ़ैसला लिया
राज्य सरकार द्वारा घरेलू पशु पालकों के पशुओं के लिए कृत्रिम गर्भाधान सेवाएं निरंतर जारी
विभाग ने कृत्रिम गर्भाधान वीर्य पुआल की सुरक्षा के लिए 12000 लीटर तरल नाइट्रोजन गैस की आपूर्ति जारी रखी
चंडीगढ़, 2 अप्रैल( विश्व वार्ता)-राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई स्थिति के चलते राज्य में पहले लॉकडाउन और अब कफ्र्यू लगाया गया है। परन्तु इस संकट की घड़ी में भी दूध लोगों की अहम ज़रूरत है, इसके अलावा मीट और अंडे भी लोगों के भोजन का अहम हिस्सा हैं, जिसको देखते हुए लोगों की सुविधा और पशु पालकों की मदद के लिए राज्य के सभी पशु अस्पताल और डिस्पैंसरियां खुली रखी गई हैं। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए पशु पालन मंत्री स. तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने बताया कि चाहे कि पंजाब भी सारी दुनिया की तरह कोरोना वायरस के कारण बड़े ही मुश्किल दौर से गुजऱ रहा है, परन्तु हमारे राज्य में कृषि के साथ-साथ लोगों द्वारा पशु पालन को सहायक धंधे के तौर पर बड़े स्तर पर अपनाया जाता है और यही लोग दूध का उत्पादन करने में अहम भूमिका निभाते हैं, जो ऐसे समय में भी अहम ज़रूरत है, इसके साथ ही अंडे और मीट भी अहम ज़रूरतों में आते हैं। पशु पालकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पशु पालन विभाग द्वारा राज्य भर में निरंतर सेवाएं निभाई जा रही हैं।
पशु पालन मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा घरेलू पशु पालकों के पशुओं के लिए कृत्रिम गर्भाधान की सेवाएं भी निरंतर जारी हैं। पशु पालन विभाग द्वारा पशु पालकों के पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान के टीके जिनको तरल नाईट्रोजन गैस में रखा जाता है के लिए तरल नाईट्रोजन गैस 12000 लीटर तरल नाईट्रोजन गैस पंजाब के सभी जि़लों में सप्लाई की गई है। यह फ़ैसला राज्य सरकार द्वारा इसलिए लिया गया है कि वीर्य की गुणवत्ता को बरकरार रखा जाए और पशु पालकों तक कृत्रिम गर्भाधान की सेवाएं निरंतर जारी रखी जाएँ।
विभाग के डायरैक्टर डॉ. इन्दरजीत सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा वीर्य की सप्लाई पटियाला से राज्य के सभी जि़लों को की जाती है। यह सप्लाई जि़ला स्तर से सभी जि़लों के पशु अस्पतालों /डिस्पैंसरियों में की जाती है। जहाँ जाकर घरेलू पशु पालक यह सेवाएं हासिल कर सकते हैं।
———–