पंजाब में स्कूली बच्चों के बीमार होने के लगातार मामलो को देखते हुए स्कूलों में मिड-डे मील के लिए नए दिशा निर्देश जारी
चंडीगढ, 5 दिसंबर (विश्ववार्ता) पंजाब में स्कूली बच्चों के बीमार होने के लगातार मामलो को देखते हुए स्कूलों में मिड-डे मील के लिए नए दिशा निर्देश जारी किये गये है। बता दें मिड-डे मील स्कूल के छात्रों में वितरित करने से पहले अध्यापकों द्वारा खुद खाना चखना जरुरी है, लेकिन स्कूली छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर नए निर्देश जारी किए हैं।
मिड-डे मील छात्रों में वितरित करने से पहले इसे वर्कर चैक करेंगे, उसके बाद संबंधित मिड-डे मील इंचार्ज द्वारा चैक किया जाएगा और अंत में संबंधित स्कूल के प्रमुख द्वारा मिड-डे मील खाकर चैक किया जाएगा। उसके बाद छात्रों में वितरित किया जाएगा। अगर किसी स्कूल में कोई अप्रिय घटना या किसी प्रकार की लापरवाही होती पाई गई तो उसका जिम्मेदार स्कूल प्रमुख व मिड-डे मील इंचार्ज होगा।
आपको बता दें कि भवानीगढ़ के नजदीक घाबदा में बने मेरिटोरियस स्कूल के होस्टल में खराब खाना खाने के कारण 60 के करीब बच्चे बीमार हो गए थे। इसके बाद शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने कार्रवाई करते हुए स्कूल हॉस्टल की कैंटीन का ठेका रद्द कर दिया। इसके बाद स्कूल कैंटीन के ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया गया है और प्रिंसीपल को सस्पेंड भी कर दिया गया।
वही अब जालंधर जिले से बडी खबर सामने आ रही है कि जालंधर में स्कूल में लगे कूलर का पानी पीने से 12 बच्चे बीमार हो गए हैं। बीमार बच्चों को तुरन्त अस्पताल भर्ती कराया गया। बच्चे जालंधर के नकोदर रोड पर स्थित एक कान्वैंट स्कूल के बताए जा रहे हैं, जोकि स्कूल में लगे कूलर का पानी पीने से बीमार हुए हैं। वहीं बच्चों के बीमार होने के बाद स्कूली प्रशासन घेरे में आ गया है तथा मामले की जांच शुरू हो गई है।