पंजाब में व्यापार को बढ़ावा देने से ही बढ़ेगा रोजगार- मनीष सिसोदिया
-`आप’ को एक मौका देकर देखें, करके दिखाया है, करके दिखाएंगे, इंडस्ट्री को नई सोच देंगे- मनीष सिसोदिया
-व्यापारी वर्ग के पास समाधान है, बस सरकार सुन ले
-अरविंद केजरीवाल के पास है `काम की राजनीति’- सिसोदिया
होशियारपुर/दसूहा, 23 नवंबर : आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय नेता एवं दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री दसूहा (होशियारपुर) में विभिन्न उद्योगपतियों, कारोबारियों, व्यापारियों, शिक्षाविद्वों और शिक्षकों से बातचीत कार्यक्रम में रू-ब-रू हुए, ताकि व्यापार जगत और शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकताओं, चुनौतियों और समस्याओं को समझकर 2022 विधानसभा के चुनावी पत्र (मैनिफेस्टो) में उनका समाधान लोगों के समक्ष रख सकें।
मनीष सिसोदिया ने उद्योगपतियों, कारोबारियों, व्यापारियों और शिक्षकों की चिंताओं/समस्याओं को सुना और उन्हें दूर करने के लिए `आप’ की राजनीतिक इच्छा को भी उनसे सांझा किया। मनीष सिसोदिया ने कहा कि व्यापार जगत के सभी कारोबारियों की कई समस्याएं हैं लेकिन समाधान भी उन्हीं के पास हैं, जरूरत है तो केवल राजनीतिक इच्छा शक्ति की। उन्होंने कहा कि पंजाब के उद्योगपतियों-कारोबारियों समेत छोटा-बड़ा हर कारोबारी जानता है कि उसकी समस्या और समाधान क्या है, बस सरकार सुन ले।
मनीष सिसोदिया ने कई उद्योगपतियों/कारोबारियों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि दुर्भागय है कि पंजाब के सियासतदान न केवल इंडस्ट्री जगत के लिए सोए रहे, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की मजबूती के लिए भी लोगों का भरोसा खो गए। उन्होंने कहा कि पंजाब की सरकारी शिक्षा व्यवस्था को अनदेखा किया गया और इसी कारण लोगों का सरकार से भरोसा खत्म हो गया है। सिसोदिया ने उदाहरण दिया कि दिल्ली में `आप’ की सरकार बनने से पहले सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों का नजरिया पंजाब जैसा ही मायूसी भरा था। लेकिन `आप’ ने राजनीतिक इच्छा शक्ति के साथ शिक्षाविद्वों और शिक्षकों के साथ बैठक कर समाधान तलाशे और समाधान की नीति लागू की। आज दिल्ली के सरकारी स्कूल इस मुकाम पर हैं कि उनकी मिसाल देश-विदेशों में दी जा रही हैं। सिसोदिया ने कहा कि `आप’ ने दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करके दिखाया है और पंजाब में `आप’ की सरकार बनने पर करके दिखाएंगे।
इसके अलावा मनीष सिसोदिया ने उद्योगपतियों, कारोबारियों और व्यापारियों से कहा कि अब तक की राजनीतिक पार्टियों ने पंजाब की इंडस्ट्री को बर्बाद करने पर अधिक जोर दिया है, क्योंकि पंजाब में राजनीतिक हस्तक्षेप इतना है कि पहले नेता अपना हिस्सा मांगते हैं और फिर इंस्पेक्टर हिस्सा मांगते हैं। जब तक व्यापारियों, कारोबारियों और उद्योग जगत को छूट और सुविधाएं नहीं मिलेंगी, उस समय तक न तो रोजगार बढ़ेंगे और न ही कोई राज्य या देश तरक्की कर सकता है। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली का उदाहरण देकर समझाया कि `आप’ द्वारा व्यापार-उद्योग जगत को मजबूत बनाने के लिए बच्चों के दिमाग में बिजनेस आइडिया विकसित करने के प्रयास किये जा रहे हैं। अलग-अलग यूनिवर्सिटी में विभिन्न प्रकार के डिप्लोमा, कोर्स और अन्य प्रकार के प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं, ताकि बेराजगारी को दूर कर व्यापार के नए आयाम स्थापित किए जा सकें।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि एफिडेविट की आड़ में सरकारी फर्जीवाड़ा होता है, इसी कारण अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 454 प्रकार के एफिडेविट खत्म कर दिए। इससे सरकारी दफ्तरों की `सेटिंग’ वाली खिड़की बंद हुई और दलालों का कमीशन खत्म हो गया। दिल्ली में 140 प्रकार की सुविधाएं केवल 1076 नंबर डायल कर घर बैठे मिल जाती हैं।
सिसोदिया ने कहा कि जब देश की राजनीति शिक्षा और व्यापार के लिए ईमानदार होगी तो ही देश का विकास हो सकेगा। व्यापार को बढ़ावा देंगे तो ही रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि नए युग की इंडस्ट्री की शुरूआत के लिए दिल्ली में काम शुरू किया जा चुका है और पंजाब में `आप’ की सरकार बनने पर उद्योग जगत के पुन: उत्थान के लिए भी नए आयाम स्थापित किए जाएंगे।
इस मौके पर मनीष सिसोदिया के साथ होशियारपुर से हलका इंचार्ज ब्रह्म शंकर जिम्पा,दसूहा से हलका इंचार्ज करमवीर घुम्मन, राज्य सचिव पंजाब डॉक्टर अनिल भारद्वाज, महासचिव पंजाब शिव कौड़ा, लोकसभा इंचार्ज हरमिंदर सिंह बख्शी, संयुक्त सचिव (स्टेट ट्रेड विंग) संदीप सैनी, डिस्ट्रिक्ट ट्रेड विंग जसपाल चेची, डिस्ट्रिक्ट शहरी दिलीप ओहरी, डिस्ट्रिक्ट देहाती मोहन लाल, कर्मजीत कौर, प्रेसिडेंट रमन मित्तल और को-प्रेसिडेंट अनिल ठाकुर उपस्थित रहे।