चंडीगढ, 25 मार्च (विश्ववार्ता): कोरोना को लेकर मोदी सरकार से ट्विटर के माध्यम से जनता के हित के लिए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कुछ अहम सवाल पूछे।
स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा कैसे होगी?
करोना से पैदा हुए रोज़ी रोटी के महासंकट का क्या हल किया?
गऱीब, मज़दूर, किसान, दुकानदार, दिहाड़ीदार के 21 दिन कैसे कटेंगे?
करोना से लडऩे के लिए डॉक्टर-नर्स-स्वास्थ्य कर्मियों को लैस करना ज़रूरी है पर उनके लिए एन-95 मास्क, 3 प्लाई मास्क, हैज़्मैट सूट उपलब्ध क्यों नही?
देश को मार्च में ही 7.25 लाख बॉडी सूट,
60 लाख एन-95 मास्क, 1 करोड़ 3 प्लाई मास्क की ज़रूरत है। ये कब मिलेंगे?
दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन सत्य! करोना के फैलाव के 84 दिन बाद आपकी सरकार ने आज 24 मार्च को वेंटिलेटर, साँस लेने के उपकरणों व हैंड सैनिटाइजर के निर्यात पर रोक लगाई है।
करोना संक्रमण से लडऩे के लिए यही आपकी तैयारी है?
अब जागे तो क्या जागे!
आपने करोना से लडऩे के लिए 50 मिनट के दो भाषण दिए।
देश स्तब्ध है की करोड़ों फैक्ट्री व खेत मज़दूरों, दिहाड़ीदारों, मनरेगा श्रमिकों, रेहड़ी-ठेलावालों, असंगठित क्षेत्र के कामगारों की रोज़ी रोटी के लिए एक शब्द नही कहा। 21 दिन ये अपने परिवारों का पेट कैसे पालेंगे?
किसान देश का पेट पालता है। दो तिहाई आबादी खेती करती है। आपने एक शब्द किसानों के लिए नही कहा।
अगले हफ़्ते से खड़ी फसल कटने के लिए तैयार है। फसल कैसे कटेगी, कैसे बिकेगी और उचित मूल्य कौन देगा? आपके फऱमान से किसान पर क्या बीतेगी, आपने सोचा? तुरंत राहत दें। इस संकटकाल में किसानों की कर्ज़़माफ़ी ही एकमात्र रास्ता भी है और उपाय भी। किसानों के कर्ज़़े और रिकवरी तत्काल बंद करें। फसलों के उचित दामों पर खऱीद की सम्पूर्ण व्यवस्था करें। मत भूलिए, किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। जय किसान, जय हिन्दुस्तान!
आज सर्वाधिक ज़रूरत राहुल जी व कांग्रेस द्वारा सुझाई गई “न्यूनतम आय योजना” को तत्काल लागू करना वक़्त की माँग है।
हर जन-धन खाते, पीएम किसान खाते व पेन्शन खाते में 7,500 तुरन्त जमा करवाएँ ताकि गऱीब इन 21 दिनों में दो जून की रोटी खा सके। जान है तो जहान है।
देश करोना से लड़ेगा भी और इसे हराएगा भी। पूरा देश आपकी सरकार की घोषणा के साथ है लेकिन उपायों से पूरी तरह निराश है। कठिन पल नेतृत्व की अग्निपरीक्षा लेते हैं।
अफ़सोस आपकी सरकार इसके लिए तैयार नही!