तिवारी ने राज्यसभा में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व मांगा
चंडीगढ़, 4 दिसंबर: श्री आनंदपुर साहिब से सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने राज्यसभा में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व मांगा है, जिसे अभी तक ऊपरी सदन में नुमाइंदगी नहीं मिल सकी।
तिवारी ने इस संबंध में लोकसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस बिल को सरकारी बिल के रूप में पेश किए जाने की अपील की है, जो एक केंद्र शासित प्रदेश को संसद के ऊपरी सदन में प्रतिनिधित्व देने से संबंधित है।
कांग्रेसी सांसद ने कहा कि भारत का संविधान कानून के अनुसार संसद के ऊपरी सदन में केंद्र शासित प्रदेशों को प्रतिनिधित्व देता है।
उन्होंने सुझाव दिया कि चंडीगढ़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन चंडीगढ़ से राज्यसभा सदस्य को चुनने के लिए इलेक्टोरल कोलेज बना सकती है, जैसे दिल्ली मेट्रोपोलिटन कौंसिल 1966 से 1990 तक दिल्ली से 3 नुमाइंदे चुनने के लिए इलेक्टोरल कोलेज का काम करती थी।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पुडुचेरी और जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेशों को राज्यसभा में बनती नुमाइंदगी मिली है। जबकि चंडीगढ़, लद्दाख, दादर व नगर हवेली, दमन व दियु, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, लक्ष्यदीप को अभी प्रतिनिधित्व मिलना बाकी है।
हालांकि तिवारी ने संसद में विशेषतौर पर चंडीगढ़ के लिए राज्यसभा में प्रतिनिधित्व की मांग की है।