चंडीगढ (विश्ववार्ता)इंप्रूवमेंट ट्रस्ट जालंधर में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। हालांकि मामला पुराना है, लेकिन विजीलैंस ने जांच अब शुरू की है। इस मामले में पूछताछ के लिए विजीवैंस के अफसरों ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के ईओ और क्लर्कों को दफ्तर में तलब किया। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। विजीलैंस ने अभी क्लर्क और ईओ के नाम का खुलासा नहीं किया है, विजीलैंस के अफसरों ने कहा कि जांच चल रही है, जल्द ही इसका पर्दाफाश किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के कुछ बाबुओं ने लाखों रुपए लेकर एक ज्वैलर्स की प्रापर्टी की मालकियत ही बदल डाली। ज्वैलर्स को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन समेत विजीलैंस में शिकायत की है। पता चला है कि यह मामला पुराना है, जिस क्लर्क ने यह फर्जीवाड़ा किया है, वह अभी किसी दूसरे ट्रस्ट में नौकरी कर रहा है।
विजीलैंस ब्यूरो के मुताबिक आदर्श नगर में 411 नंबर संपत्ति की मालकियत बदली गई है। इस मालकियत को बदलने की फाइल को तत्कालीन क्लर्क ने आगे बढ़ाया। जिसे ईओ ने अनुमति दे दी। 411-आदर्श नगर के मुख्य मालिक जनकराज की मृत्यु के बाद यह संपत्ति उनकी पत्नी के नाम दर्ज हुई थी। जनकराज की पत्नी ने इस संपत्ति को अपने दो बेटों के नाम कर दिया।
कलकत्ता ज्वैलर्स के चार भाइयों ने अपना दावा जताया
इस संपत्ति को लेकर कलकत्ता ज्वैलर्स के चार भाइयों ने अपना दावा जताते हुए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में आवेदन दिया। इस आवेदन पर क्लर्क ने फाइल तैयार की और इन चारों भाइयों का नाम भी संपत्ति में चढ़ा दिया। इस बात का पता जब जनकराज के दो बेटों को लगा तो उन्होंने आपत्ति जताई, क्योंकि मरने से पहले उऩकी माता ने इस संपत्ति का बिल दो भाइयों के नाम किया था।
जिससे इऩ दो भाइयों ने इसकी शिकायत विजीलैंस ब्यूरो से की। इन दो भाइयों का आरोप है कि क्लर्क की मिलीभगत से उनके नाम की संपत्ति को चार अऩ्य भाइयों के नाम पर चढ़ा दिया गया। विजीलैंस ने इसकी जांच शुरू की है। विजीलैंस ब्यूरो ने पूछताछ के लिए कोलकाता ज्वैलर्स के चार भाइयों समेत क्लर्क और ईओ को भी तलब किया।