कोविड के नए रूप ‘ओमीकरोन ’ से चौकस रहने की ज़रूरत – घनश्याम थोरी
ज़िला निवासियों को कोविड वैक्सीन की दोनों ख़ुराकें जितनी जल्दी संभव हो सके पूरी करवाने को कहा
जालंधर, 28 नवंबर ; डिप्टी कमिश्नर जालंधर श्री घनश्याम थोरी ने ज़िला निवासियों से अपील करते हुए कि कोरोना वायरस के नए रूप ‘ओमीकरोन ’ से घबराने की ज़रूरत नहीं ,परन्तु इस प्रति पूरी चौकसी इस्तेमाल की जाये ,जिससे इस वायरस से बचा जा सके।
ज़िला निवासियों को कोविड -19 वैक्सीन की दोनों ख़ुराकें मुकम्मल करने का न्योता देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा जिन लाभपातरियों ने केवल कोविड वैक्सीन का पहला टीका लगवाया है जितनी जल्दी संभव हो सके दूसरा टीका लगवाया जाए जो, कि कोरोना वायरस के मुकाबले में बहुत लाभदायक साबित होगा। उन्होंने कहा कि ज़िले भर में कोविड वैक्सीन अभियान पूरी तेज़ी के साथ चल रहा है इस लिए लाभपातरियो को जनतक हितों के लिए कोविड वैक्सीनेशन करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 90 फीसद लाभपातरियों ने पहली और 50 फीसद लाभपातरियों ने कोविड की दूसरी ख़ुराक लगवा ली है। उन्होंने बताया कि ज़िले में 22,78,273 कोविड की ख़ुराकें जिनमें 14,68,326 पहली और 8,09,947 दूसरी ख़ुराक लगाई जा चुकी है।
कोविड के ‘ओमीकरोन ’ रूप का हवाला देते हुए जो कुछ देशों में पाया गया है, डिप्टी कमिशनर ने कहा कि इंडियन कौंसिल आफ मैडीकल रिर्सच की तरफ से पहले ही यह स्पष्ट किया गया है कि इस से डरने की ज़रूरत नहीं परन्तु लोगों को कोविड वैक्सीन की दूसरी ख़ुराक ज़रूर लेनी चाहिए। उन्होंने लोगों को यह भी अपील की कि कोविड महामारी से बचाव के लिए आपनाई जाने वाली सावधानियों प्रति लापरवाही न इस्तेमाल की जाये ,जिससे हम सभी सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि मौजूदा हलातों के चलते चौकसी और सावधानियों की पालना करना समय की ज़रूरत है।
————-