*👉कठिन समय में विपक्ष के तौर पर ‘आप’ ने निभाई बहुपक्षीय भूमिका -प्रिंसीपल बुद्ध राम
*👉🏾‘आप’ नेताओं ने लॉकडाउन के दौरान पार्टी द्वारा चलाईं मुहिमों के बारे में दी जानकारी*
*चंडीगड़, 18 मई 2020*‘कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए पिछली 22 मार्च से लागू सख्त आदेशों में बेशक सरकार ने कुछ शर्तों सहित ढील घोषित की है, परंतु इस नामुराद बीमारी के बारे में जागरूकता और सरकारों की ओर से जरूरतमंदों के लिए जरूरी प्रबंधों में अभी ओर भी ठोस कदम उठाने की जरूरत है, क्योंकि वैक्सीन तैयार होने तक इस बीमारी को हलके में नहीं लिया जा सकता।’’
सोमवार यहां मीडिया के रूबरू होते आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और पार्टी की राज्य कोर समिति के चेयरमैन और विधायक प्रिंसीपल बुद्ध राम ने उपरोक्त विचार प्रकट किए। इस मौके उनके साथ पार्टी की कोर समिति के मैंबर गैरी बडि़ंग, सुखविन्दर सुखी, हरचन्द सिंह बरसट, प्रवक्ता गोविन्दर मित्तल और सन्दीप सिंगला भी मौजूद थे।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि लॉकडाउन/कफ्र्यू के दौरान इस मुश्किल घड़ी में आम आदमी पार्टी राजनीति से ऊपर उठ कर जहां सरकार के कंधे से कंधा मिला कर खड़ी वहीं अपने स्तर पर लोगों के लिए कोरोना महामारी के बारे में जागरूकता मुहिमें चलाईं और जरूरतमन्दों की हर संभव मदद की।
हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि मंडियों और सोशल मीडिया के द्वारा लोगों की मुश्किलें-मुसीबतें सरकार तक पहुंचाने के इलावा आम आदमी पार्टी ने ‘आप के कोरोना सेवक’ मुहिम के द्वारा 3,56,743 लोगों को फोन पर कोरोना वायरस से बचाव के बारे में जागरूक किया और फोनों के द्वारा मिली फीडबैक के आधार पर यह बात भी सामने आई कि कोरोना वायरस की बीमारी से बचाव के लिए अभी भी बड़े स्तर पर जागरूकता की जरूरत है। इसी तरह सरकार को ऐसी चुनौती के साथ निपटने के लिए बड़े ओर क्रांतिकारी सुधारों की जरूरत है।
इस मौके प्रिंसीपल बुद्ध राम ने कहा, ‘‘हम आलोचना के लिए आलोचना करने में विश्वास नहीं रखते, परंतु कोरोना महामारी ने केंद्र की नरिन्दर मोदी और पंजाब की कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार की अनेक पहलूओं से बुरी तरह से पोल खोली है। सरकारी सेहत सेवाएं, राज्य की कंगाल अर्थ व्यवस्था और मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह समेत सभी मंत्रियों की ऐसी चुनौती का सामना करने में न काबलीयत सब के सामने आई है। प्रिंसीपल बुद्ध राम ने कहा कि मुश्किल हालतों से कैसे निपटा जाता है, कैप्टन अमरिन्दर सिंह को दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल से बहुत कुछ सीखना चाहिए।
प्रिंसीपल बुद्ध राम ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान ‘आप’ ने कोरोना के विरुद्ध अगली कतार में खड़े हो कर लड़ रहे डाक्टर, नर्स, आंगणवाड़ी और आशा वर्कर, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई सेवक, पुलिस प्रशासन और समाज सेवी संस्थाओं को सलूट किया और इन योद्धओं पर फूलों की वर्षा कर इनका हौसला बढ़ाया। इतना ही नहीं पीआरटीसी के मृतक चालक मनजीत सिंह के परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए ‘मैं मनजीत सिंह हूं’ मुहिम चलाई, जिस की वजह से सरकार ने कोरोना विरुद्ध जंग लड़ रहे हर ठेका भर्ती या आउटसोर्सिंग ‘कोरोना शहीद’ कर्मचारियों को 50 लाख रुपए की मुआवजा राशि देने का फैसला लेना पड़ा।
इसके इलावा ‘आप’ नेताओं और वर्करों ने जरूरतमंदों को राशन, सैनेटाइजर, दवाएं वितरित किए वहीं खुद मशीनें चला कर बड़े स्तर पर गांवों और शहरों को सैनेटाइज किया।
इसके बिना विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा और दिल्ली सरकार के सहयोग से गुरुद्वारा मजनूं का टीला समेत दिल्ली में फंसे सैंकड़ों पंजाबियों को पंजाब लाने के लिए पंजाब सरकार की मदद की। इसके इलावा पार्टी के प्रधान और संसद मैंबर भगवंत मान ने प्रधान मंत्री विदेश मंत्री और केंद्रीय गृह-मंत्री के साथ संपर्क कर देश और विदेशों में फंसे पंजाबियों की हर संभव मदद की।