मोहाली, 1 अप्रैल (विश्ववार्ता): कोरोनावायरस का ऐसा खौफ कि अपनो ने ही अपनो से दूरी बना ली। हुआ यूं कि नयागांव के 65 साल के ओमप्रकाश की कोरोना वायरस से मौत के बाद हडक़ंप मचा हुआ था। जब पीजीआई की एंबुलेंस से शव को मोहाली के श्मशानघाट ले जाया गया। शव श्मशानघाट में पहुंचा तो अफसर गाड़ी में ही बैठे रहे, शव को अकेले नहीं उतार सकता था, इसलिए मृतक का बेटा श्मशानघाट में काम करने वाले लोगों से मिन्नतें करता रहा लेकिन कोई भी तैयार नहीं हुआ।
जिस एंबुलेंस में शव था, वह श्मशानघाट की इलेक्ट्रिक भ_ी से सिर्फ 15 कदम की दूरी पर खड़ी थी। लेकिन वहां तक भी ले जाने के लिए न तो नयागांव नगर काउंसिल के कर्मचारी आगे आए और न स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ। आखिरकार डेढ़ घंटे बाद निगम कमिश्नर मोहाली ने मौके पर निगम के जेई को भेजा। उन्होंने पहले शव को सेनेटाइज करवाया और फिर श्मशानघाट के दो कर्मचारियों को बुलाकर पीपीई किट पहनाई। इसके बाद कहीं जाकर तीन लोगों की मदद से शव को एंबुलेंस से बाहर निकालकर इलेक्ट्रिक भट्ठी तक ले जाया गया। कड़ी मशक्कत के बाद ओमप्रकाश का अंतिम संस्कार किया गया।
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