इटली 9,134, अमेरिका 1,701, चीन 3,295, स्पेन 5,138, भारत, 20 ऑस्टे्रेलिया 14 व पाकिस्तान मे 11 की मौत
एक लाख 33 हजार 57 लोग हुए ठीक
नई दिल्ली, 28 मार्च (विश्ववार्ता): पूरी दुनिया मे कोरोना का कहर बरस रहा है, हर दिन कोरोना हजारो लोगो को मौत की नींद सुला रहा है। चीन से फैला कोरोना पूरी दुनिया मे पैर पसार चुका है। अमेरिका की बात करे तो अमेरिका में कोरोनावायरस से संक्रमण का आंकड़ा एक लाख चार हजार हो गई है जो बाकि देशो इटली और चीन से ज्यादा है। पूरे यूरोप में कोरोना वायरस के 3 लाख से ज्यादा केस हैं। इसके अलावा इटली 9,134, अमेरिका 1,701, चीन 3,295, स्पेन 5,138, भारत, 20 ऑस्टे्रेलिया 14 व पाकिस्तान मे 11, कोरिया, 144, नीदरलैंड, 546 व कनाडा मे 55 लोगो की मौत हो चुकी हेै।
दुनियाभर के 195 देश कोरोना के वायरस की चपेट में हैं। इससे अब तक 27,343 लोग जान गंवा चुके हैं। न्यूज एजेंसी मुताबिक अमेरिका ने कोरोनावायरस से प्रभावित 64 देशों को महामारी से निपटने में मदद के लिए 174 मिलियन डॉलर देने का ऐलान किया है। इसके तहत भारत को 2.9 मिलियन डॉलर की सहायता राशि दी जाएगी।
फ्रांस में एक दिन में 300 से ज्यादा मौतें
फ्रांस में एक दिन में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। यहां की सरकार ने देश में लॉकडाउन को 15 दिन और बढ़ा दिया है। अब यहां 15 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा रहेगा। फ्रांस यूरोप का तीसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है। यहां 32,964 लोग संक्रमित हैं और 1,995 लोगों की मौत हुई है।
पाकिस्तान में 1373 लोगों संक्रमित
पाकिस्तान में 1373 लोग संक्रमित हैं, जबकि 11 लोगों की मौत हुई है। बीबीसी के मुताबिक, पाकिस्तान के कोर्ट ने 1200 से ज्यादा कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया है। जरूरत से ज्यादा कैदियों वाले जेलों में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह फैसला किया गया है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 408 उन कैदियों को भी रिहा करने के लिए कहा है जो कम गंभीर मामले में सजा काट रहे हैं या फिर जिनका ट्रायल चल रहा है। सिंध हाईकोर्ट ने भी राज्य के विभिन्न जेलों में बंद 829 ऑन-ट्रायल कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया है। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए एक समिति गठित की है कि कोई खतरनाक अपराधी इस प्रक्रिया में रिहा न हो।
कोरोनावायरस से लडऩा है तो सावधानियां बरतें
दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के बारे में सही जानकारी नहीं होने के चलते लोगों के मन में डर है। वहीं, लोग कुछ ऐसे एहतियात भी बरत रहे हैं, जो जरूरी नहीं है।
प्रश्न: हम जो कपड़े रोजाना पहन रहे है क्या उनसे संक्रमण हो सकता है?
हां
. क्या मोबाइल, कम्प्यूटर-लैपटॉप से भी संक्रमण हो सकता है?
बिल्कुल।
. क्या यह वायरस हवा में भी रहता है?
बिल्कुल रहता है। हवा से धीरे-धीरे सरफेस पर आता है। हवा में कई मिनटों तक रहता है। इसलिए बाहर न निकलने की अपील की जा रही है।
. किसी को संक्रमण नहीं है, फिर भी उससे दूरी बनाना जरूरी है?
हर व्यक्ति से दूरी जरूरी है। घर पर हैं, तब भी परिवार के लोगों से कम से कम 1 मीटर का डिस्टेंस रखें। किसी के जरिए भी संक्रमण फैल सकता है।
. क्या डोर नॉब से भी यह वायरस आ सकता है?
इसका संक्रमण ड्रॉपलेट से होता है। अब यदि ड्रॉपलेट हवा में या किसी सरफेस पर है और आप उस सरफेस पर हाथ लगाते हैं तो इसके संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। हालांकि, जब आप हाथ को मुंह-नाक पर लगाएंगे, तभी यह संक्रमण आपकी बॉडी में अंदर पहुंचेगा। इसलिए बार-बार हाथ धोने और हाथों को चेहरे पर न लगाने की अपील की जा रही है।
. कोरोनावायरस की जांच किसे करवाना चाहिए? क्या जिन लोगों को हल्का कफ-बुखार है, उन्हें भी जांच करवानी चाहिए?
हल्की सर्दी-खांसी, कफ के साथ ही यदि बुखार भी है, तब भी कोरोनावायरस की जांच करवाने की जरूरत नहीं है। जांच करवाने के दो मुख्य क्राइटेरिया हैं। पहला, यदि आपने पिछले दिनों में विदेश का सफर किया हो। दूसरा, आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हों, जिसमें कोरोनवायरस की पुष्टि हो चुकी हो। वरना इस बदलते हुए मौसम में सर्दी-खांसी होना बहुत ही आम बात है।
कोरोनावायरस के संकेत कितने दिनों में दिखते हैं?
सामान्य तौर पर 5 से 7 दिनों में इसके संकेत नजर आ जाते हैं। कई बार 14 दिनों तक का भी समय लगता है। इसी कारण 14 दिन ऑब्जर्वेशन पीरियड में रखा जाता है।
यदि ऑफिस या घर में मेरे किसी साथी को संक्रमण हुआ है तो क्या करना चाहिए?
यदि आप उसके संपर्क में आए हैं तो तुरंत सेल्फ क्वारेंटाइन हो जाएं।
. वायरस कितनी दूर तक मुझे अपना शिकार बना सकता है?
किसी भी संक्रमित व्यक्ति के 1 मीटर के आसपास तक आप गए हैं, तो आपके भी संक्रमित होने की बहुत ज्यादा संभावना है। वायरस के ड्रॉपलेट्स 1 मीटर के दायरे तक फैलते हैं, इसलिए कहा जाता है कि हर किसी से कम से कम 1 मीटर तक की दूरी तो जरूर बनाएं।
गर्मी से वायरस खत्म हो जाएगा
यह कहना सही नहीं है। क्योंकि सिंगापुर, थाईलैंड जैसे देशों में जहां हाई ह्यूमिडिटी होती है, वहां भी इस वायरस के फैलने का मामला सामने आया है। वहीं गर्मी के मौसम में लोग शॉपिंग मॉल, मूवी थियेटर जैसी जगहों पर इकट्ठा होते हैं। यहां एयर कंडीशनर ऑन होता है, जिससे माहौल ठंडा बना रहता है, ऐसे माहौल में भीड़ के बीच रहने से वायरस का शिकार हो सकते हैं। इसलिए भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
. क्या कोरोनावायरस किसी व्यक्ति को दोबारा हो सकता है?
बिल्कुल हो सकता है, लेकिन दोबारा होने पर इसके संक्रमण का असर पहला जितना खतरनाक नहीं होगा।
क्या इससे सुरक्षित रहने का इकलौता विकल्प सोशल डिस्टेंसिंग ही है?
भारत के लिहाज से यही सबसे अच्छा विकल्प है। कई देशों में इसे फॉलो किया जा चुका है। जहां सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं।