*कोरोनावायरस को हराने के लिए 3 कदम आगे चलना जरूरी – बीबी सरबजीत कौर माणूंके*
*मामूली लक्षणों पर ही टैस्ट करवाने की जगह -जगह हो सुविधा -रुपिन्दर कौर रूबी*
*चण्डीगढ़, 9 अप्रैल 2020
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह से अपील की है कि भयंकर महामारी का रूप धारण कर रही कोरोनावायरस की बीमारी को समय रहते जड़ से खत्म करने के लिए पंजाब सरकार दिल्ली की केजरीवाल सरकार की ओर से अमल में लाए 5-टी माडल को तुरंत अपनाए।
‘आप’ हैडक्वाटर से जारी बयान में ‘आप’ की मुख्य प्रवक्ता और विधायक प्रो. बलजिन्दर कौर, विधान सभा में विपक्ष की उप नेता बीबी सरबजीत कौर माणूंके और विधायका रुपिन्दर कौर रूबी ने कहा कि केजरीवाल सरकार का 5-टी माडल कोरोनावायरस के विरुद्ध बेहद कारगर साबित हो सकता है। पंजाब सरकार बिना किसी राजनैतिक झिझक इस 5-टी माडल को तुरंत लागू करे।
प्रो. बलजिन्दर कौर ने बताया कि 5-टी माडल का मतलब टेस्टिंग (जांच), ट्रेसिंग (पहचान), ट्रीटमेंट (इलाज), टीम वर्क (मिल कर काम करना) और ट्रेकिंग एंड मोनीट्रीरिंग (नजर रखा) है। प्रो. बलजिन्दर कौर ने कहा कि तुरंत टैस्ट हो, कोरोना का वायरस किस के संपर्क से आया और मरीज का किस-किस के साथ आगे संपर्क हुआ, सही और सुरक्षित इलाज, सब का एक दूसरे को सहयोग और बड़े स्तर पर संक्रीमत लोगों पर नजर रखने का प्रबंध सरकार को पहल के आधार पर करना चाहिए। इस 5-टी प्रोगराम पर तब तक अमल जरूरी है जब तक कोरोनावायरस के प्रभावित मरीजों के संपर्क की आखिरी कड़ी की पहचान कर उस का इलाज नहीं हो जाता।
बीबी सरबजीत कौर माणूंके ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए जहां सब को कोरोना से तीन कदम आगे रहना पड़ेगा, वहीं कोरोना के साथ ग्राउंड जीरो पर सीधी लड़ाई लड़ रहे डाक्टरों, नर्सों, पैरा मैडीकल स्टाफ, पुलिस और सुरक्षा कर्मियों और सफाई वर्करों के लिए सुरक्षित पीपीटी किटें और अन्य सामान का बड़े स्तर पर प्रबंध करना पड़ेगा।
विधायका रुपिन्दर कौर रूबी ने कहा कि जर्मन सरकार की तरह केजरीवाल सरकार सब से अधिक ध्यान टेस्टिंग पर दे रही है। जब मामूली लक्षण के सामने आने पर ही मरीजों के पास बड़े स्तर पर जांच की सुविधा होगी तो कोरोना का वायरस आगे से आगे न फैल कर सिमटना शुरू हो जाएगा और इस भयानक वायरस पर जीत निश्चित हो जायेगी। इस लिए कैप्टन सरकार पंजाब में गांवों और शहरों में बड़े स्तर पर टैस्टिंग का प्रबंध करे और इस लिए जहीं सरकार को विशेष बजट का प्रबंध करना होगा वहीं प्राईवेट लैबोटरीज़ की सेवाएं भी बड़े स्तर पर लेनी चाहीऐ।