केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री से उन सभी अफगान सिखों के पुनर्वास का प्रबंध करने का आग्रह किया जो अफगानिस्तान छोड़कर भारत में बसना चाहते हैं
चंडीगढ़/29मार्चः केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने आज खुलासा किया है कि काबुल में गुरुद्वारा साहिब में हमले में मारे गए तीन सिखों, जिनके परिवार भारत में रहते हैं, के शव कल को भारत वापिस लाएं जाएंगे। इसके साथ ही उन्होने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि वह उन सभी अफगान सिखों के पुनर्वास का प्रबंध करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, जो अफगानिस्तान छोड़कर भारत में बसना चाहते हैं।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए श्रीमती हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि इन तीनों सिखों के शव भारत वापिस लाए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि इनमें सेे दो सिख शंकर सिंह तथा जीवन सिंह के परिवार लुधियाना में रहते हैं जबकि तीसरे व्यक्ति तियान सिंह का परिवार दिल्ली में रहता है।
श्रीमती बादल ने कहा कि शंकर की पत्नी भी अपने पति के शव के साथ लुधियाना आएगी, जहां उसके छह बच्चे अपने नाना नानी के साथ रह रहे हैं। जीवन सिंह की पत्नी तथा बच्चे लुधियाना में रह रहे हैं।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि उन सभी सिखों के पुनर्वास के लिए कदम उठाएं, जो अपने जीवन तथा आजीविका के लिए बढ़ रहे खतरों के कारण अफगानिस्तान से निकलना चाहते हैं। उन्होने कहा कि अफगानिस्तान में किसी समय रहते कई हजार सिखों में से अब सिर्फ 300-400 परिवार ही रह गए हैं जबकि बाकी सारे पिछले एक से ज्यादा दशक के दौरान भारत तथा अन्य देशों में प्रवास कर गए हैं।
श्रीमती बादल ने प्रधानमंत्री से अफगानिस्तान में रहते सिखों की सुरक्षा का मुद्दा वहां की सरकार के पास उठाने की भी अपील की। उन्होने कहा कि सिखों को अफगानिस्तान में बहुत ज्यादा कष्ट झेलने पड़ रहे हैं। प्रतिदिन उन्हे धमकियां मिल रही हैं। इससे पहले भी वहां सिखों पर हमले हो चुके हैं, जिनमें 2018 में जलालाबाद में हुए एक हमले में 13 सिखों को कत्ल कर दिया गया था। उन्होने कहा कि बहुत सारे सिख अफगानिस्तान छोड़कर भारत बसना चाहते हैं। इसीलिए जल्द से जल्द उनका यहां दोबारा पुनर्वास करवाया जाना चाहिए।