*कोरोना की आड़ में एक खास राजनैतिक जमात को खुश करने के लिए किसी धर्म को निशाना बनाना गलत -प्रो. बलजिन्दर कौर*
*चंडीगढ़ 17 अप्रैल 2020 आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के मुख्य प्रवक्ता प्रो. बलजिन्दर कौर और कुलतार सिंह संधवां (दोनों विधायक) ने कोरोना वायरस के प्रकोप के दौरान कुछ स्थानों को निशाना बनाऐ जाने की खबरों पर गहरा अफसोस जताते कहा कि ऋषियों-मुनियों, गुरूओं-पीरों और सूफीआना-फकीरों की चरण स्पर्श पंजाब की सरजमीं पर पंजाबियों ने कभी धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं किया।
राजनैतिक लोगों की सत्ता की भूख के कारण यदि 1947 और 1980 के दशक में ऐसे मंसूबों को हवा मिली थी, तो उस की कीमत आज तक उठानी पड़ रही है, जिस का पश्चाताप कई पीड़ीयां करती रहेंगी, इस लिए पंजाब की धरती पर किसी भी धार्मिक भेदभाव या पक्षपात को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रो. बलजिन्दर कौर और कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि एक खास राजनैतिक जमात को खुश करने और उस के सांप्रदायक एजंडे के प्रसार के लिए कुछ शरारती तत्व कोरोना वायरस के फैलने को एक खास धर्म के साथ जोडऩे की अपवित्र कोशिश कर रहे हैं, जो सही नहीं है।
‘आप’ विधायकों ने कहा कि पंजाबी ऐसे मंसूबों को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे, जो पंजाबियों के बुनियादी स्वभाव, संस्कृति और किरदार को चोट मारते हों।
‘आप’ नेताओं ने समूह पंजाबियों से अपील की है कि वह इस मुश्किल की घड़ी में धर्म, जात-पात, क्षेत्र और राजनीति से ऊपर उठ कर एक दूसरे की हर संभव मदद करें जो अपने अपने घरों में बैठ कर हो सकती है।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि संकुचित राजनैतिक हितों से प्रेरित कुछ लोगों ने पहले कोरोना को विदेशों में रहते एन.आर.आईज के प्रति पंजाबिओं में कड़वाहट भरने की कोशिश की थी, जिस को पंजाबियों ने पूरी तरह रद्द कर दिया। उसी तरह धर्म के आधार पर एक सांप्रदायक के प्रति पैदा की जा रही नफरत और खौफ की कोशिश भी पंजाबिओं ने नकार दी है, क्योंकि पंजाबी ‘सरबत दा भला’ मांगने वाले पंजाबी मुश्किल घड़ी में सब हदों को भूल कर एक दूसरे का सहारा बनते हैं।