चंडीगढ़, 19 दिसंबर (विश्ववर्ता) मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर वुमन, चंडीगढ़ ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा उच्च शिक्षा में सर्वोत्तम अभ्यास पर ऑनलाइन व्याख्यान श्रृंखला के तहत ‘कंसल्टिंग स्टूडेंट्स’ नामक एक ऑनलाइन टॉक की लाइव स्क्रीनिंग का आयोजन किया। आईएएस, सचिव, युवा मामले मंत्रालय, भारत सरकार की तरफ से सुश्री मीता राजीव लोचन इस रोचक व्याख्यान में बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुईं। सुश्री मीता ने कुशल कार्यबल उत्पन्न करने की निरंतर आवश्यकता पर बल दिया और विद्यार्थियों में कौशल विकास की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने का सपना पूरा करने के लिए यह अत्यावश्यक है । ज्ञान और कौशल दोनों को बढ़ाने वाले पाठ्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सुश्री मीता ने मूल्यवर्धन पाठ्यक्रमों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्टार्टअप पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर भी चर्चा की। छोटे कारोबारियों को कोविड का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, ऐसे में सुश्री मीता ने विद्यार्थियों से छोटे व्यवसायों के साथ सार्थक तरीके से जुड़ने का आग्रह किया। वार्ता के अंत में ऑनलाइन प्रतिभागियों के प्रश्नों को उठाया गया।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की प्राप्ति में नवाचार और उद्यमिता के बढ़ते महत्व के आलोक में यूजीसी, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार का यह प्रयास बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उद्योग-अकादमिक अंतर को पाठ्यक्रम में मूल्यवर्धन के माध्यम से समाप्त करना होगा और विद्यार्थियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण के माध्यम से उद्योग के लिए तैयार करना होगा।