“अनुकूल परिस्थितियों के भंवर भंवजल से निकलने के रास्ते ढूंढ रहे हैं, नवजोत सिंह सिद्धू”
बागी नेता नवजोत सिंह सिद्धू गुरुओं की सांझिवालता को तवज्जो दें — नेशनल शैडयूल कास्टस एलायंस
चंडीगढ़, 30 जून –ग्रेस पार्टी में चर्चित बागी नेता नवजोत सिंह सिद्धू अपने आप को अनुकूल परिस्थितियों के भंवजल से निकालने के लिए नए रास्ते तलाश करने में जुटे हुए हैं और प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए अपने अक्स को बचाने की कोशिश कर रहे हैं,यह विचार प्रकट करते हुए नेशनल शैडयूल कास्टस एलायंस के प्रधान परमजीत सिंह कैंथ ने कहा कि अनुसूचित जातियों के साथ हो रही धककेशाही, पक्षपात, बलात्कार, कतलोगारत और अन्याय के खिलाफ कभी भी आवाज नहीं उठाई जा रही ।
उन्होंने कहा कि जब से नवजोत सिद्धू राजनीतिक गतिविधियों का हिस्सा बने हैं तब से उन्होंने समाज के अनसुने दबे कुचले वर्गों के लिए लोकसभा या विधानसभा में अपनी आवाज नहीं उठाई।
कैंथ ने कहा की नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के सूबेदार बनने की ख्वाहिशों की प्राप्ति के लिए पंजाब के संवेदनशील, गंभीर और महत्वपूर्ण मुद्दों पर बेबाकी से आवाज उठाने में गुरेज नहीं करते परंतु एक तिहाई वाले वर्ग को नजरअंदाज करके समाज को अपनी राजनीतिक सोच में कोई अहमियत ना देना गुरुओं के सांझिवालता के उपदेशों के उलट है।
कैंथ ने सिद्धू से कहा है कि कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री जब आपको (नवजोत सिद्धू को) जलील और इग्नोर करके आपको हाईकमान के सामने सरेआम प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में अपमानित एहसास करा रहे हैं तो आप किस वक्त का इंतजार कर रहे हो ?
अनुसूचित जातियों के नेता कैंथ ने कहा कि अगर आप पंजाब हितेषी होने का दावा करते हो तो आपको पंजाब की सभी समस्याएं, जातिवाद, पक्षपात और मौकापरस्त की राजनीति को उजागर करना चाहिए। पंजाबियों को कांग्रेस पार्टी की ” मुंह में राम, बगल में छुरी,” वाली नीति का पर्दाफाश करने से संकोच नहीं करना चाहिए।
सामाजिक-राजनीतिक संगठन के नेता कहा कि अपने जीवन में नई दिशा की शुरुआत करने से पहले अनुसूचित जातियों के प्रति अपने स्टैंड को स्पष्ट करें क्योंकि आपका अब तक का कोई भी कदम अनुसूचित जातियों के साथ हो रहे अन्याय के प्रति नजर नहीं आ रहा।