शिमला 21 मार्च, राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि देशभर में चल रही कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी विभिन्न दिशा-निर्देशों के कारण प्रदेश सरकार ने 31 मार्च, 2020 तक होने वाली परीक्षाओं और प्रैक्टिकल को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2020 तक होने वाली सभी मूल्यांकन और संबंधित गतिविधियों को भी आगामी कार्यवाही तक स्थगित कर दिया गया है। सभी स्तर पर सभी अध्यापक 31 मार्च, 2020 तक शैक्षणिक संस्थानों में उपस्थित नहीं होंगे और उन्हें घर पर रहने की सलाह दी गई है। कर्मचारी अथवा अध्यापक/मुख्य अध्यापक/प्रधानाचार्य/ जिन्हें प्रशासनिक कार्य दिए गए हैं, केवल वहीं कार्यालय जाएंगे और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि संबंधित जिला दण्डाधिकारी आईईसी गतिविधियों के लिए शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की सेवाएं भी ले सकते हैं। जिन अध्यापकों को शैक्षणिक संस्थानों में नहीं आने के आदेश हुए हैं और उन्हें घर पर रहने की सलाह दी गई है, उन्हें निर्देश होने पर संबंधित जिला दण्डाधिकारी को अपनी सेवाएं देना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि यह निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू किए जाएंगे।
राज्य सरकार ने परीक्षाएं और प्रैक्टिकल 31 मार्च तक किए स्थगित
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि देशभर में चल रही कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी विभिन्न दिशा-निर्देशों के कारण प्रदेश सरकार ने 31 मार्च, 2020 तक होने वाली परीक्षाओं और प्रैक्टिकल को आगामी आदेशों तक स्थगित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2020 तक होने वाली सभी मूल्यांकन और संबंधित गतिविधियों को भी आगामी कार्यवाही तक स्थगित कर दिया गया है। सभी स्तर पर सभी अध्यापक 31 मार्च, 2020 तक शैक्षणिक संस्थानों में उपस्थित नहीं होंगे और उन्हें घर पर रहने की सलाह दी गई है। कर्मचारी अथवा अध्यापक/मुख्य अध्यापक/प्रधानाचार्य/ जिन्हें प्रशासनिक कार्य दिए गए हैं, केवल वहीं कार्यालय जाएंगे और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि संबंधित जिला दण्डाधिकारी आईईसी गतिविधियों के लिए शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की सेवाएं भी ले सकते हैं। जिन अध्यापकों को शैक्षणिक संस्थानों में नहीं आने के आदेश हुए हैं और उन्हें घर पर रहने की सलाह दी गई है, उन्हें निर्देश होने पर संबंधित जिला दण्डाधिकारी को अपनी सेवाएं देना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि यह निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू किए जाएंगे।
कोरोना वायरस से निपटने में दिशा-निर्देशों का करें पालन: राज्यपाल
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोरोना वायरस के प्रति लोगों को और अधिक जागरूक करने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग और सुरक्षा एजेंसियों की ओर से दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करवाने के लिए अधिक से अधिक प्रचार किया जाना चाहिए, ताकि आम व्यक्ति तक संदेश पहुंच सके।
उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया इस संकट से जूझ रही है। प्रधानमंत्री ने जनता कफ्र्यू लगाने का आह्वान किया है, ताकि इस वायरस की यह चेन टूट सके।
राज्यपाल ने आग्रह किया कि प्रदेशवासी इस पर अमल करे। प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए एहतियाती कदम को गंभीरता से लें, ताकि यह वायरस न फैल सके। उन्होंने लोगों से अफवाहों और गलत सूचनाओं पर ध्यान न देकर सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
राज्यपाल ने आज राजभवन के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कोरोना वायरस से संबंधित जागरूकता को लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर क्या एहतियाती पग उठाए गए हैं, इस संबंध में रिपोर्ट ली। अधिकारियों ने बताया कि राजभवन को सेनेटाईज़ कर दिया गया है और राजभवन के स्तर पर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।