पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी का लोकसभा चुनाव लडऩा पक्का है तय
इस सीट पर चन्नी की सरर्गियां हुई तेज
पार्टी हाईकमान जहां से भी कहेगा वहां से चुनाव लडऩे के लिए तैयार हूं: पूर्व सीएम चन्नी
चंडीगढ़, 30 मार्च (विश्ववार्ता) लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी पार्टियां अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही हैं। पंजाब में 1 जून को वोटिंग होगी। इसलिए आम आदमी पार्टी को छोडक़र बाकी किसी भी पार्टी ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. पंजाब में कांग्रेस पार्टी दो चरणों में 13 लोकसभा सीटों के लिए अपनी सूची जारी करेगी. इस संबंध में 5 अप्रैल को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है। पहली लिस्ट 7 अप्रैल और दूसरी लिस्ट 15 या 16 अप्रैल तक जारी हो सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी जालंधर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, इन खबरों के बीच देखा जा रहा है कि चन्नी पिछले कई दिनों से जालंधर में सक्रिय हैं. पिछले दिनों आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू के भी बीजेपी में शामिल होने पर चन्नी ने आलोचना की थी। इसके अलावा ऐसी भी अटकलें हैं कि चरणजीत सिंह चन्नी को राजस्थान के श्री गंगानगर से मैदान में उतारने की अटकले लगाई जा रही है।
गौरतलब है कि चरणजीत सिंह चन्नी गांधी परिवार के करीबियों में गिने जाते हैं। पिछले दिनों उन्होंने कांग्रेस की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में भी हिस्सा लिया था।
पंजाब की जालंधर लोकसभा सीट से कांग्रेस पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को लोकसभा प्रत्याशी बना सकती है. सूत्रों के मुताबिक उनका नाम करीब-करीब तय हो गया है और पार्टी आलाकमान जल्द ही इस बारे में घोषणा कर सकती है। बताया जा रहा है कि पार्टी चरणजीत सिंह चन्नी को जालंधर सीट से मैदान में उतारकर दोआबा क्षेत्र पर पूरा फोकस करना चाहती है। इस इलाके में करीब 42 फीसदी वोटर्स दलित समाज से आते हैं।
वही बीते दिन ही चरणजीत सिंह चन्नी जालंधर में मुस्लिम समुदाय की ओर से दिल्ली इफ्तार पार्टी में पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि वह पंजाब में रहकर ही चुनाव लडऩा चाहते हैं, लेकिन पार्टी हाईकमान जहां से भी कहेगा वह वहां से चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं. यह लगभग तय है कि वह जालंधर से चुनाव लड़ेंगे। जालंधर लोकसभा सीट की बात करें तो पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए यह सीट कांग्रेस के लिए अहम मानी जा सकती है. लोकसभा सीट के तहत 9 विधानसभा सीटों में से 5 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की. इसके अलावा सुशील कुमार रिंकू के बीजेपी में जाने से भी कांग्रेस को फायदा हो सकता है. सुशील रिंकू से पहले जालंधर से दिवंगत कांग्रेस नेता संतोख सिंह चौधरी लोकसभा सदस्य थे।