पीलीभीत फर्जी एनकाउंटर मामला, सजा माफी देने को वड़िंग ने बताया न्याय का कत्ल
चंडीगढ़, 18 दिसंबर: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने साल 1991 में पीलीभीत में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 11 बेकसूर सिखों का फर्जी एनकाउंटर करने के मामले में सजा माफी पर हैरानी व्यक्त की है।
यहां जारी एक बयान में, वड़िंग ने कहा कि यह पूरी तरह से न्याय का कत्ल है कि 11 बेकसूर सिखों का बेरहमी से कत्ल करने के दोषियों को 7 साल की सजा के साथ छोड़ दिया गया है, जबकि ट्रायल कोर्ट ने उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई थी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 12 जुलाई 1991 के उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन 11 पीड़ित तीर्थ यात्रा के लिए जा रहे थे कि पगड़ियां पहने होने के चलते यूपी पुलिस द्वारा उन्हें बस से निकाल लिया गया था और अलग कर लिया गया था। बाद में इसे कथित एनकाउंटर दिखा दिया गया था।
वड़िंग ने कहा कि पीड़ितों को 25 सालों बाद 2016 में न्याय मिला था, जब सीबीआई कोर्ट ने आरोपी पुलिसकर्मियों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। लेकिन दुर्भाग्यवश इलाहाबाद हाईकोर्ट में इनकी सजा को मात्र 7 साल कर दिया है, जो ना सिर्फ पूरी तरह से अन्याय है, बल्कि पूर्ण तौर पर न्याय का कत्ल है।