मोबाइल और सोशल मीडिया के द्वारा निराधार अफ़वाहें फैलाने वालों को दी जायेगी सज़ा
चंडीगढ़, 21 मार्च: कोविड-19 महामारी सम्बन्धी फैलाई जा रही अफ़वाहों और बेबुनियाद खबरों का सख्त नोटिस लेते हुए पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने ऐसी असामाजिक गतिविधियों में शामिल शरारती तत्वों को कानून की धाराओं के अंतर्गत बनती सज़ा देने की चेतावनी दी।
यहाँ एडवाईजऱी जारी करते हुए डीजीपी ने मोबाइल फ़ोन, सोशल मीडिया के द्वारा समाज में बेबुनियाद खबरें और अफ़वाहें फैलाकर लोगों को अनावश्यक दहशत और परेशानियां पैदा करने वाले शरारती तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने की चेतवानी दी।
ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि यह लोगों के आपसी संपर्क और जानकारी साझा करने के साधन हैं और इनको जाली खबरें पोस्ट करने या दहलाने वाली अफ़वाहें फैलाने के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
गुप्ता ने आम लोगों को विनती की कि वह गलत जानकारी और सोशल मीडिया पोस्टों के द्वारा दहशत/अशांति पैदा न करें।
डीजीपी ने सलाह दी:
बिना सोचे समझे संदेश आगे न भेजें। अगर आप ख़ुद संदेश या जानकारी के स्रोत के बारे में सुनिश्चित नहीं हो, तो दोस्तों और परिवार में ऐसा संदेश न भेजें।
आप सोशल मीडिया पर जो पोस्ट करते हो या व्हाट्सऐप पर जो भेजते हो, उस पर संयम दिखाओ और झूठी खबरें न फैलाएं।
जानकारी के लिए प्रामाणित स्रोत या सरकारी हेल्पलाइन को चुनो, अफ़वाहों पर विश्वास न करें।
गुप्ता ने कहा कि कोवीड-19 महामारी आज हम सबको प्रभावित कर रही है यह हमारी रोज़मर्रा की जि़ंदगी को प्रभावित करती है और इससे हमारी आर्थिकता पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वायरस हमारे परिवारों, मित्रों और हमारे समुदायों के लिए विनाशकारी सिद्ध हो सकता है और हमारे परिवार के हरेक सदस्य, हमारे सहकर्मी और आस-पास के हर व्यक्ति की सुरक्षा और कल्याण सर्वोपरी है। हमारे अधिकारी इस समस्या का मुकाबला करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।
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