चंडीगढ मेयर चुनाव की तारिख आज बतायेगा प्रशाासन हाईकोर्ट को
मेयर चुनाव को क्यों महाभारत बना रखा है: हाईकोर्ट
आज तारीख या तो प्रशासन तय करेगा या हम- हाईकोर्ट
चंडीगढ, 24 जनवरी (विश्ववार्ता) चंडीगढ़ में मेयर चुनाव को लेकर गठबंधन प्रत्याशी और आम आदमी पार्टी से मेयर उम्मीदवार कुलदीप टीटा की तरफ से दायर दोनों याचिकाओं पर पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट ने प्रशासन को फटकार लगाई। जिसको देखते हुए आज लगता है कि चंडीगढ प्रशाासन मेयर चुनाव की तारिख बतायेगा। हाईकोर्ट ने कल सुनवाई करते हुए प्रशासन को कहा था कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सम्मान दें और जल्द चुनाव की तारीख लेकर बुधवार को आएं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम चुनाव की तारीख तय कर देंगे। हाईकोर्ट में अब दोबारा 24 जनवरी को सुनवाई होगी।
इस दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि महाभारत भी 18 दिनों चली थी। चंडीगढ़ प्रशासन मेयर चुनाव को महाभारत बना रहा है और चुनाव के लिए 18 दिनों का समय मांग रहा है। इससे पहले चुनाव क्यों नही हो सकते, इस पर कल सुबह दस बजे तक जानकारी दें। पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने स्पष्ट कर दिया था कि चुनाव में 18 दिन की देरी स्वीकार नहीं की जा सकती। हाईकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई 23 जनवरी तय करते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द चुनाव को लेकर जवाब देने का आदेश दिया था।
बतां दे कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए 6 फरवरी की तारीख तय करने को चुनौती देने वाली याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
बतां दे कि आज सुबह चंडीगढ़ नगर निगम के नए मेयर के चुनाव अचानक स्थगित कर दिया गया था इसके लिए चुनाव अधिकारी अनिल मसीह के बीमार होने की बात कही गई थी। इस बारे में पार्षदों को वॉट्सऐप के जरिए मैसेज भेजा गया था। कई पार्षदों को सुबह 10.30 बजे संदेश मिला, “यह सूचित किया गया है कि अनिल मसीह के खराब स्वास्थ्य के संबंध में एक टेलीफोन संदेश प्राप्त हुआ है, जिन्हें विनियम 6(1) के साथ पठित 60 (ए) के तहत महापौर पद के लिए 18.1.24 को होने वाली बैठक के लिए पीठासीन प्राधिकारी के रूप में नामित किया गया था। चंडीगढ़ नगर निगम (प्रक्रिया और व्यवसाय का संचालन) विनियमन 1996 के उपरोक्त के मद्देनजर, यह अनुरोध किया जाता है कि कृपया अगले आदेश प्राप्त होने तक एमसी कार्यालय न पहुंचें।”
बता दें कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव के लिए गठबंधन बनाया था। 35 सदस्यीय एमसी हाउस में 14 के साथ, भाजपा के पास सबसे अधिक पार्षद हैं, जबकि आप 13 के साथ दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस के पास सात पार्षद हैं, जबकि एक पार्षद शिअद से है। स्थानीय सांसद और पदेन सदस्य किरण खेर के एक और वोट के साथ, भाजपा के पास बढ़त है, लेकिन कांग्रेस और आप की संयुक्त संख्या को हराने के लिए पर्याप्त नहीं है।