चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित मामला पहुंचा हाईकोर्ट, कुछ ही देर मे होगी सुनवाई
आप पार्टी व कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी,पुलिस ने आप और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लिया हिरासत में
चंडीगढ, 18 जनवरी (विश्ववार्ता) चंडीगढ़ नगर निगम के नए मेयर के चुनाव अचानक स्थगित करने का मामला अब पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है।़ मेयर चुनाव स्थगित करने के खिलाफ पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई। आप और कांग्रेस की तरफ से दाखिल याचिका में निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की गई है। हाईकोर्ट ने याचिका पर आज ही सुनवाई की मांग को स्वीकार कर लिया है। जस्टिस सुधीर सिंह और हर्ष बांगड़ की खंडपीठ आधे घंटे बाद इस याचिका पर सुनवाई करेगी। नगर निगम कार्यालय के बाहर आम आदमी पार्टी वर्करो व कांग्रेस वर्करों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद चंडीगढ पुलिस ने उन्हे हिरासत में ले लिया।
बतां दे कि आज सुबह चंडीगढ़ नगर निगम के नए मेयर के चुनाव अचानक स्थगित कर दिया गया इसके लिए चुनाव अधिकारी अनिल मसीह के बीमार होने की बात कही गई है। इस बारे में पार्षदों को वॉट्सऐप के जरिए मैसेज भेजा गया था। कई पार्षदों को सुबह 10.30 बजे संदेश मिला, “यह सूचित किया गया है कि अनिल मसीह के खराब स्वास्थ्य के संबंध में एक टेलीफोन संदेश प्राप्त हुआ है, जिन्हें विनियम 6(1) के साथ पठित 60 (ए) के तहत महापौर पद के लिए 18.1.24 को होने वाली बैठक के लिए पीठासीन प्राधिकारी के रूप में नामित किया गया है। चंडीगढ़ नगर निगम (प्रक्रिया और व्यवसाय का संचालन) विनियमन 1996 के उपरोक्त के मद्देनजर, यह अनुरोध किया जाता है कि कृपया अगले आदेश प्राप्त होने तक एमसी कार्यालय न पहुंचें।”
बता दें कि इस घोषणा से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिन्होंने मेयर चुनाव के लिए गठबंधन बनाया था। 35 सदस्यीय एमसी हाउस में 14 के साथ, भाजपा के पास सबसे अधिक पार्षद हैं, जबकि आप 13 के साथ दूसरे स्थान पर है। कांग्रेस के पास सात पार्षद हैं, जबकि एक पार्षद शिअद से है। स्थानीय सांसद और पदेन सदस्य किरण खेर के एक और वोट के साथ, भाजपा के पास बढ़त है, लेकिन कांग्रेस और आप की संयुक्त संख्या को हराने के लिए पर्याप्त नहीं है।