चंडीगढ़ निगम मेयर मामले को लेकर आज हाईकोर्ट मे सुनवाई
चंडीगढ, 19 जनवरी (विश्ववार्ता) पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ के नगर निगम मेयर मामले को लेकर आज पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट मे सुनवाई होगी। बतां दे कि चंडीगढ मेयर चुनाव को इस समय राजनीति पूरी तरह से गर्माई हुई है। पहले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद चुनाव को स्थगित कर दिया गया है और चुनाव की नई तारीख भी घोषित कर दी गयी है। अब 6 फरवरी को चुनाव होंगे।
मेयर, डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के छह फरवरी को चुनाव करवाने के डीसी के आदेशों को चुनौती दी गई है। हाईकोर्ट आज सुबह इस याचिका पर सुनवाई करेगी। शुक्रवार सुबह एक बार फिर मेंशनिंग कर इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग की गई। हाईकोर्ट ने कल सुनवाई किया जाना तय किया है। चुनाव स्थगित करने के खिलाफ गुरुवार को दायर याचिका पर 23 जनवरी को सुनवाई होनी है।
जानकारी के लिए बतां दे कि कल यानि की 18 जनवरी को होने वाले मेयर के चुनाव को टालने का कारण पीठासीन अधिकारी का बीमार होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार चुनाव अधिकारी अनिल मसीह बीमार हो गए हैं और इस वजह से मेयर चुनाव को टाला दिया गया है। दरअसल चंडीगढ़ के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव गुरुवार को मतदान से कुछ देर पहले टाल दिया गया था। सुबह 11 बजे मतदान शुरू होना था लेकिन आधा घंटा पहले ही एक आदेश जारी कर कहा गया कि पीठासीन अधिकारी अनिल मसीह की तबीयत खराब हो गई है। डीसी ने शाम को आदेश जारी कर चुनाव की नई तिथि छह फरवरी घोषित कर दी।
भाजपा के खिलाफ साथ आए हैं कांग्रेस और आप
मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने पहली बार गठबंधन कर भाजपा के खिलाफ ताल ठोकी है। गठबंधन के प्रत्याशी कुलदीप कुमार टीटा और भाजपा प्रत्याशी मनोज सोनकर के बीच मेयर पद पर मुकाबला था। वर्तमान में गठबंधन के पास 20 वोट हैं जबकि भाजपा के पास 15। कोई उलटफेर नहीं होता तो गठबंधन का मेयर बनना तय था।
मेयर चुनाव टालने के एलान से आप और कांग्रेस के सभी पार्षद आग-बबूला हो उठे। सभी ने नारेबाजी करते हुए कहा कि भाजपा देश से चुनाव खत्म करना चाहती है। यह उदाहरण है कि भाजपा अगर कहीं भी हार रही होगी तो वह चुनाव ही नहीं कराएगी।