बदलते मौसम के साथ बढ़ रही बीमारियां, वायरल से बचने के लिए डॉक्टर ने दी सलाह
रोजाना सैकड़ों मरीज पहुंच रहे अस्पताल
चंडीगढ़, 20 अक्टूबर ( विश्ववार्ता) बदलते मौसम के साथ-साथ अब वायरल भी बढऩे लगा है. ऐसे में अस्पताल में मरीजों की लंबी-लंबी लाइनें लगनी भी शुरू हो चुकी है।अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ उमडऩे लगी है. मौसम में उतार-चढ़ाव के चलते सबसे ज्यादा मरीज सर्दी, खांसी, वायरल बुखार के आ रहे हैं।
मरीजों की संख्या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ओपीडी पर्ची के लिए लाइन नई बिल्डिंग के मुख्य गेट तक पहुंच रही थी. वहीं, छोटे-छोटे बच्चे बुखार व सर्दी, खांसी से पीडि़त थे. डॉक्टर का कहना है कि दिन के समय अधिक गर्मी और रात के समय सर्दी से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में बदलते मौसम के समय लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए।
नागरिक अस्पतालो में इन दिनों प्रतिदिन 1. सोमवार व शनिवार को यह संख्या 2200 तक पहुंच जाती है. इनमें से लगभग 250 मरीज ऐसे हैं, जिन्हें वायरल है या फिर सर्दी, खांसी, जुकाम है. वहीं, पिछले एक सप्ताह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार चढाव बना हुआ है. अधिकतम तापमान 34 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 19 डिग्री रह रहा है. जिसके चलते इस समय सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
वायरल बुखार के लक्षण: नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. राजेश भोला ने बताया कि वायरल बुखार के मुख्य लक्षण गले में खराश और कंपकंपी, खांसी, जुकाम, तेज बुखार, थकान, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों व बदन में दर्द, सिर और गले में दर्द, आंखें लाल होना आदि हैं. ऐसे में तुरंत प्रभाव से चिकित्सक की सलाह लेकर दवा लेनी चाहिए. बच्चों तथा वृद्धों के स्वास्थ्य व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान: नागरिक अस्पताल के एमएस डॉ. राजेश भोला ने बताया कि इस समय दिन के समय अधिक व रात के समय न्यूनतम तापमान में गिरावट आ रही है. जो कि वायरल फीवर का कारण बना हुआ है. इस मौसम में लोगों को खांसी, जुकाम, बदन दर्द, गला दर्द जैसी कई समस्याएं होती हैं. इसमें होने वाला वायरल फीवर हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है. जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन बहुत तेजी से बढ़ता है. वायरल के संक्रमण बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंच जाता है. ऐसे में हमें विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. वायरल होने पर तुरंत चिकित्सक से उपचार करना चाहिए और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।