‘युद्ध नशों के विरुद्ध’: Punjab Police ने 164 मेडिकल दुकानों की की जांच
पंजाब पुलिस ने चौथे दिन 524 स्थानों पर की छापेमारी; 69 नशा तस्कर काबू
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने के लिए वचनबद्ध पंजाब पुलिस
दिनभर चले इस ऑपरेशन के दौरान 53 एफआईआर दर्ज, 1.5 किलोग्राम हेरोइन, 1.33 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद
101 एसपी/डीएसपी रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में 250 से अधिक पुलिस टीमों ने 627 संदिग्ध व्यक्तियों की की जांच: स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला
चंडीगढ, 5 मार्च( विश्ववार्ता) मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू किए गए “युद्ध नशों के विरुद्ध” अभियान को लगातार चौथे दिन जारी रखते हुए, पंजाब पुलिस ने आज 164 मेडिकल दुकानों का निरीक्षण किया। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि ये दुकानें नशीली गोलियों या किसी अन्य मादक पदार्थ की बिक्री न करें और दवाओं की बिक्री से संबंधित निर्धारित नियमों का पालन करें।
यह जांच छह जिलों – होशियारपुर, एसबीएस नगर, जालंधर ग्रामीण, कमिश्नरेट जालंधर, कपूरथला और रूपनगर में की गई।
इसके अलावा, पुलिस टीमों ने नशे के खिलाफ अपनी घेराबंदी और तलाशी अभियान (कासो) को जारी रखते हुए राज्यभर में 524 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान 53 एफआईआर दर्ज कर 69 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ चार दिनों में गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों की संख्या बढ़कर 472 हो गई है।
इस छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 1.5 किलोग्राम हेरोइन, 100 ग्राम अफीम, 7,610 नशीली गोलियां/कैप्सूल/इंजेक्शन और 1.33 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
यह अभियान, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को अगले तीन महीनों में पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ इस युद्ध की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट उप-समिति भी गठित की गई है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए, विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि 101 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1,900 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 250 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्यभर में छापेमारी की। दिनभर चले इस ऑपरेशन के दौरान 627 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई।
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने व्यापक रणनीति तैयार की है और ऐसे ऑपरेशन राज्य से नशे के पूरी तरह खात्मे तक जारी रहेंगे।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि पंजाब सरकार ने राज्य में नशे के खात्मे के लिए तीन स्तरीय रणनीति – प्रवर्तन, पुनर्वास और रोकथाम (ईडीपी) – लागू की है। इस रणनीति के तहत, पंजाब पुलिस ने ‘पुनर्वास’ अभियान के अंतर्गत तीन व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास उपचार के लिए प्रेरित किया है, जबकि ‘रोकथाम’ के तहत आज राज्यभर में 161 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।