Punjab Vigilance ब्यूरो की भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बडी कार्रवाई
विजिलेंस ब्यूरो ने 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए सहायक सब-इंस्पेक्टर को किया काबू
हनी ट्रैप नेटवर्क चला रहा था दोषी पुलिसकर्मी
चंडीगढ़, 24 सिंतबर (विश्ववार्ता) पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य में चलाए गए भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत मंगलवार को जिला तरनतारन पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 112 पर तैनात सहायक सब-इंस्पेक्टर (ए.एस.आई.) राज कुमार को 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के अनुसार यह गिरफ्तारी तरनतारन जिले के मुरादपुर निवासी राज करन की शिकायत के बाद की गई।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क कर आरोप लगाया कि ए.एस.आई. ने उसका मोबाइल फोन वापस करने और शिकायतकर्ता के करीबी साथी को फर्जी एनडीपीएस केस से बचाने के बदले 30,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
उन्होंने बताया कि इस शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि उक्त पुलिसकर्मी ‘हनी ट्रैप नेटवर्क’ का हिस्सा था, जिसमें महिलाएं समेत अन्य पुलिस अधिकारी और निजी व्यक्ति शामिल थे। यह आरोपी अपनी साथी महिलाओं के सहयोग से अनजान व्यक्तियों को बहलाकर-फुसलाकर होटलों में ले जाने के लिए मजबूर करता था और बाद में खुद अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलता था।
इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो के थाना रेंज अमृतसर में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी को कल अदालत में पेश किया जाएगा और मामले की आगे की जांच जारी है।