महंगाई ने बिगाड़ा रसोई का ‘जायका’, आसमान छूने लगे सब्जियों के दाम
जानिए आज के थोक व फुटकर भाव, आम जनता की थाली से सब्जियां गायब
चंडीगढ,24 नवंबर (विश्ववार्ता) जिले में शादियों के सीजन और बाहर से आपूर्ति में कमी के चलते सब्जियों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. हरी सब्जियों से लेकर लहसुन और प्याज के दामों में भी इजाफा हुआ है। आम जनता की थाली से सब्जियां गायब होती जा रहीं हैं। बारिश के मौसम में खेतों में पानी भरने से फसलें खराब हो गई थीं, वहीं सड़क यातायात में बाधा के कारण मंडियों में सब्जियों की आवक भी कम हो गई है. सब्जी व्यापारियों का कहना है कि सहालग के महीने में भिंड़ी, परवल, करेला, तोरई, बैंगन समेत कई सब्जियों के दामों में तेजी बनी हुई है, वहीं लहसुन के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी चिंता का विषय बनी हुई है।
टमाटर के दाम 60 से 70 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। हालांकि पहले टमाटर 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया था, लेकिन इस दौरान यह घटकर 20 रुपये प्रति किलो रह गया, लेकिन अब बाजार में टमाटर 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। अन्य सब्जियों की बात करें तो फूलगोभी 40 रुपये, मटर 80 रुपये, शिमला मिर्च 60 से 70 रुपये, टिंडा 60 से 70 रुपये और प्याज 60 से 70 रुपये तक पहुंच गया है। ऐसी सब्जियों की बढ़ती कीमतें लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं। घरवाले इस बात से परेशान हैं कि अभी से उन्हें घर का बजट बनाने में भारी दिक्कत आ रही है। आने वाले दिनों में सब्जियों के दामों में और बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए।
हर बार इस सहालग में सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं. लोगों के किचन से लहसुन, अदरक और धनिया, प्याज, भिंडी, परवल, करेला व अन्य गायब होते जा रहे हैं. दरअसल, सहालग के दिनों में इस तरह की सब्जियां अक्सर महंगी हो जाती हैं. जब तक सहालग रहेगी तब तक सब्जियां महंगी रहेंगी. खरीदारों के साथ-साथ विक्रेताओं को भी महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है, लेकिन इन सब से अलग लहसुन के दाम भी आसमान छू रहे हैं.