विवादित बयान, मंत्री पद से प्रेमचंद अग्रवाल का इस्तीफा
फफक कर रो पड़े
चंडीगढ़, 17 मार्च (विश्व वार्ता) विधानसभा सत्र के दौरान दिए अपने विवादास्पद बयान से सुर्खियों में आए धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया है. 21 फरवरी 2025 को सदन में दिए बयान के बाद लगातार पिछले करीब 22 दिन से मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का विरोध करते हुए जनता इस्तीफे की मांग कर रही थी. वहीं 16 मार्च को मंत्री अग्रवाल ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को अपना इस्तीफा सौंपा. इस इस्तीफा के बाद कांग्रेस के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आने लगी है.
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विवादास्पद बयान के खिलाफ जनविरोध प्रदर्शन का नतीजा आखिरकार उनके इस्तीफे तक पहुंच ही गया. रविवार 16 मार्च को दोपहर बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपने मंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान किया. इसके कुछ समय बाद उन्होंने सीएम धामी से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपा. इससे पहले उन्होंने मुजफ्फरनगर के शहीद स्मारक पहुंचकर राज्य आंदोलनकारियों को नमन भी किया. वहीं उनके अचानक इस्तीफे से एक तरफ भाजपा नेताओं में खलबली मची है तो दूसरी तरफ कांग्रेस नेता उन्हें इस्तीफे के जरिए प्रायश्चित के लिए धन्यवाद दे रहे हैं.
इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का बयान आया है. उन्होंने कहा अहंकार का यही नतीजा निकलता है. हरीश रावत ने कहा एक व्यक्ति के अहंकार का नतीजा सामने आ गया भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सहित कुछ और लोगों के अहंकार भी है जिनका जवाब उत्तराखंड उन्हें देगा. महेंद्र भट्ट ने अपने राजनीतिक विरोधियों को सड़क छाप कहकर एक घटिया दर्जे का बयान दिया है, उत्तराखंड उनके उस बयान के लिए भाजपा और भट्ट को क्षमा नहीं करेगा