सर्दियों में आपका सुरक्षा कवच बनेगा तुलसी
तुलसी का काढ़ा किसी रामबाण इलाज से कम नहीं
चंडीगढ़, 15 दिसंबर (विश्ववार्ता) ठंड में अक्सर बीमारी को दूर करने के लिए काढ़े का इस्तेमाल करते हैं। खासकर तुलसी का काढ़ा किसी रामबाण इलाज से कम नहीं है।
तुलसी काढ़ा एक विशेष पेय है। यह एक औषधीय चाय, जो कई बीमारियों और असुविधाओं का इलाज है, जिसका उल्लेख प्राचीन भारतीय परंपराओं, विशेषकर आयुर्वेद में भी मिलता है।
मौसम में बदलाव के बीच आइए जानते हैं मसाला चाय कैसे बनाएं।खौलते पानी में चीनी और चायपत्ती के साथ अदरक, काली मिर्च, अजवाइन, तेजपत्ता, लौंग को लंबे समय तक पकाने से उसके तत्व सही तरीके से मिल जाते हैं। आप चाहें तो अपनी पसंद के अनुसार काली चाय या दूध वाली चाय दोनों में से कोई भी इन मसालों के साथ बना सकते हैं।
तेजपत्ता की चाय पीने के कई फायदे होते हैं। तेजपत्ता में विटामिन सी, विटामिन बी6, आयरन, कैल्शियम, और मैग्निशियम होते हैं। इससे इम्यूनिटी बढ़ती है। मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और इससे पाचन क्रिया शानदार होती है। अपच और गैस संबंधित समस्या दूर होती है।
वहीं, काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। काली मिर्च और लौंग में मौजूद यूजेनॉल खांसी को दूर करने में मदद करता है।
बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद? अदरक में जिंजरोल नाम का तत्व होता है, जो ताजगी के साथ शरीर को गर्मी देता है। अदरक की तासीर गर्म होती है। इसके सेवन से ठंडक भी कम लगती है।
अजवाइन डली चाय पीने से संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है, जो कि सर्दियों के लिए खासा फायदेमंद है। अजवाइन की तासीर गर्म होती है। अजवाइन में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।