Big Breaking : अब ये होंगे रतन Tata के उत्तराधिकारी
टाटा ट्रस्ट की बडी बैठक में हुआ फैसला
चंडीगढ़, 11 अक्टूबर (विश्ववार्ता) इस वक्त की बडी खबर सामने आ रही है कि नोएल टाटा को टाटा संस की प्रवर्तक टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन नियुक्त किया गया। टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा के निधन के बाद उत्तराधिकारी चुनने के लिए हुई टाटा ट्रस्ट की बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया। रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा अब उनकी विरासत संभालेंगे। टाटा ट्रस्ट ने एक मीटिंग में नोएल टाटा को नया चेयरमैन बनाने का एलान किया है।
बोर्ड की ओर से सर्वसम्मति से नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया गया है। नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। फिलहाल वह टाटा स्टील और वोल्टास के साथ कई सूचीबद्ध कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहली मिस्त्री को टाटा ट्रस्ट का स्थायी ट्रस्टी नियुक्त किया जा सकता है। मेहली टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत साइरस मिस्त्री के चचेरे भाई हैं।þ
नोएल टाटा अपने लो-प्रोफाइल नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं, जो रतन टाटा की अधिक सार्वजनिक दिखने वाली भूमिका के बिल्कुल विपरीत है। वे पहली बार वर्ष 2000 में टाटा ग्रुप में शामिल हुए थे। इस साल की शुरुआत में नोएल टाटा के तीन बच्चों – लिआ, माया और नेविल – को सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट से जुड़े कई ट्रस्टों में ट्रस्टी के रूप में नियुक्त किया गया था। लिआ वर्तमान में द इंडियन होटल्स में उपाध्यक्ष हैं। जबकि, माया टाटा कैपिटल से जुड़ी हैं। नेविल ट्रेंट और स्टार बाजार की लीडरशिप टीम में शामिल हैं।
टाटा ट्रस्ट असल में टाटा ग्रुप की परोपकारी संस्थाओं का समूह है। इसकी 13 लाख करोड़ रुपये के रेवेन्यू वाले टाटा ग्रुप में सबसे अधिक 66 फीसदी की हिस्सेदारी है। टाटा ट्रस्ट के तहत आने वाले सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के पास ही टाटा संस की 52 फीसदी स्टेक है।