पंचायत मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध द्वारा मोहाली के पहले सरस मेले का भव्य उद्घाटन
कहा, भगवंत मान सरकार ने रंगला पंजाब को बढ़ावा देकर पंजाब के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित किया
पंजाब की समृद्ध विरासत और संस्कृति को और बढ़ावा दिया जाएगा
सरस मेला हमारे देश के ग्रामीण कारीगरों और विविध संस्कृति को एक अनूठा मंच प्रदान करता है
ट्राईसिटी के निवासियों को संगीतमय रातों से भी मंत्रमुग्ध करने वाला दस दिवसीय भव्य मेला
एसएएस नगर,, 18 अक्टूबर ( सतीश कुमार पप्पी) मोहाली के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम अजीविका सरस मेले की शाम को पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंध की मौजूदगी में सेक्टर 88 में मानव मंगल स्मार्ट स्कूल के पास एक भव्य शो के रूप में शुरुआत हुई। उद्घाटन समारोह में डेराबस्सी के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा और कॉमेडियन, अभिनेता और निर्माता बीनू ढिल्लों भी मौजूद थे।यह मेला 18 से 27 अक्तूबर तक चलेगा।
सौंध जो कि पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के मंत्री भी है, ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि भगवंत मान सरकार ने रंगला पंजाब को बढ़ावा देकर पंजाब के प्राचीन गौरव को पुनः स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पंजाब की समृद्ध विरासत और संस्कृति को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने के लिए इस तरह के बड़े आयोजन कर रही है। उन्होंने कहा कि सरस (ग्रामीण कारीगर समाज के लेखों की बिक्री) मेला न केवल देश के ग्रामीण कारीगरों को अपने शिल्प उत्पादों को बेचने के लिए एक राष्ट्रव्यापी मंच प्रदान करता है, बल्कि भारतीय विविध संस्कृति को देखने का एक बड़ा अवसर भी प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि 20 राज्यों के लगभग 600 कारीगरों ने दुर्लभ हस्तशिल्प और हस्तनिर्मित उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए यहां 300 स्टॉल लगाए हैं, जिनकी निर्माण में विशिष्टता है। उन्होंने कहा कि कारीगरों का रचनात्मक कार्य हर किसी को उन्हें खरीदने के लिए आकर्षित करता है। आगरा, होशियारपुर और देश के अन्य हिस्सों से आए कारीगरों से बातचीत करते हुए मंत्री ने उनकी शिल्प कौशल की सराहना की और उनके सामान की बेहतर बिक्री की कामना की।
असम के पीहू, हरियाणा के गूमर, जोगी बीन, नगाड़ा, कठपुतली नृत्य तथा बाजीगरों के अनोखे एवं साहसिक प्रदर्शन के साथ विभिन्न कलाकारों की विविध संस्कृति को दर्शाते हुए पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि सरस मेला देश की अनेकता में एकता को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठा मंच है तथा ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग राज्य में ग्रामीण कारीगरों एवं स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों में एडीसी (जनरल) विराज एस तिड़के, एडीसी (विकास) एवं नोडल अधिकारी, सरस मेला सोनम चौधरी, कमिश्नर एमसी मोहाली टी बेनिथ, संयुक्त कमिश्नर दीपांकर गर्ग, एसडीएम खरड़ गुरमंद्र सिंह तथा डीडीपीओ बलजिंदर सिंह ग्रेवाल शामिल थे।
हस्तशिल्प एवं खान-पान की दुकानों पर देश के कलात्मक सामान एवं रोमांचक व्यंजनों का प्रदर्शन लोगों को आकर्षित कर रहा था।