Haryana में राज्यसभा की खाली हुई एक सीट पर इस तारिख को होगा मतदान
जानिये हरियाणा के साथ और किस राज्य मे होगा उपचुनाव
चुनाव आयोग ने जारी की अधिसूचना
इस तारिख को आयेगें नतीजे
चंडीगढ, 27 नवंबर (विश्ववार्ता) हरियाणा में राज्यसभा की खाली हुई एक सीट पर 20 दिसंबर को उपचुनाव होगा। इस बात की जानकारी चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी है। उच्च सदन के लिए उपचुनाव 20 दिसंबर को होंगे और नतीजे भी उसी दिन शाम या रात तक घोषित किये कर दिए जाएंगे। ये चुनाव आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और हरियाणा के लिए होगा। छह सीटों में से पांच सीटें एनडीए के खाते में जाने की पूरी उम्मीद है।
3 दिसंबर से नामांकन होगा शुरू
चुनाव आयोग के अनुसार, राज्यसभा के लिए नामांकन का प्रक्रिया तीन दिसंबर से शुरू होगी। 10 दिसंबर तक नामांकन किया जा सकता है। 11 दिसंबर को नामांकन की जांच होगी। 13 दिसंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। चुनाव 20 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। शाम 5 बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी।
आंध्र प्रदेश में तीन सीटों पर होगा चुनाव
सबसे ज्यादा सीट आंध्र प्रदेश में खाली है। यहां पर तीन सीटों पर राज्यसभा चुनाव होगा। जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी के तीन सांसदों वेंकटरमण राव मोपीदेवी, बीधा मस्तान राव यादव और रयागा कृष्णैया ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था, जिससे नए सदस्यों के लिए चुनाव होगा। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) इन तीनों सीटों पर आसानी से जीत सकती है।
ओडिशा में एक सीट पर होगा चुनाव
ओडिशा में एक राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होगा। नवीन पटनायक के नेतृत्व वाले बीजेडी सांसद सुजीत कुमार ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। राज्य में बीजेपी को यह सीट मिलने की संभावना है। क्योंकि बीजेपी यहां पर पहली बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई है।
बंगाल में टीएमसी को मिलेगी एक सीट
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के जवाहर सरकार ने राज्यसभा सदस्य का पद छोड़ दिया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टीएमसी इस सीट को आराम से जीत सकती है।
अक्तूबर में भाजपा नेता कृष्णलाल पंवार के पानीपत के इसराना से विधायक चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी। उनका कार्यकाल एक अगस्त 2028 तक था।
हरियाणा की इस सीट पर भाजपा की जीत तय है क्योंकि विधानसभा में भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है। राज्यसभा सांसद के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, भाजपा के पूर्व सांसद संजय भाटिया और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल का नाम चर्चा में है। इनमें बड़ौली सबसे प्रबल दावेदार हैं। उनके प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए भाजपा ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की थी।
वे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के भी बेहद करीबी हैं और पार्टी का ब्राह्मण चेहरा हैं। वहीं, दूसरे दावेदार पूर्व सांसद संजय भाटिया हैं। वह विधानसभा चुनाव लडऩा चाहते थे, मगर पार्टी ने उन्हें रैलियों के आयोजन की जिम्मेदारी दी। सफल रैलियों का आयोजन कर उन्होंने अपना कद बढ़ाया है।