Punjab Vigilance Bureau का भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ओर बडा प्रहार
बिल क्लियर करने के बदले रिश्वत लेने वाले SDO को किया काबू
चंडीगढ़, 12 नवंबर (विश्ववार्ता) : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आज राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान एसडीओ नेहा पांचाल और उनके सहायक मोलिक को 15000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में जानकारी देते हुए राज्य चौकसी ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला भट्टियां बेट, गगनदीप कॉलोनी, लुधियाना निवासी और पितामास प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, लुधियाना के महाप्रबंधक सुशील कुमार की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
शिकायत के अनुसार उक्त कमिश्नर, लुधियाना नगर निगम के अधीन लुधियाना स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए आई.ई.सी. सलाहकार के रूप में सेवाएं दे रही है और इस कंपनी को 01-10-2023 से 30-09-2024 तक टेंडर आवंटित किया गया था। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क किया और बताया कि उक्त कंपनी का वार्षिक बिल कुल 7,08,000 रुपये नगर निगम जोन-डी, लुधियाना में स्मार्ट सिटी के कार्यालय में जमा किया गया था।
शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि जब वह एसडीओ मैडम नेहा पांचाल के कार्यालय में गया, तो उन्होंने बिल पास करने के लिए 15000 रुपये या कुल राशि का 2 प्रतिशत रिश्वत की मांग की और शिकायतकर्ता ने एसडीओ को बताया। साथ ही नेहा से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी कर ली. प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायत में लगाए गए। आरोपों की जांच के बाद विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी एसडीओ नेहा पांचाल के सहायक मोरल को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 15000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि नैतिक एसडीओ हैं रिश्वत की रकम लेने के लिए नेहा को भेजा गया था। इसके बाद इस मामले में एस.डी.ओ. नेहा पांचाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस संबंध में दोनों आरोपियों के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के लुधियाना रेंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को कल कोर्ट में पेश किया जाएगा और मामले की आगे की जांच जारी है।