Punjab Vigilance Bureau’s का भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और बडा प्रहार
Punjab News: सरकारी कर्मचारी बनकर रिश्वत लेने वाला व्यक्ति Punjab vigilance द्वारा काबू
चंडीगढ़, 21 फरवरी (विश्ववार्ता) Punjab vigilance ब्यूरो ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के तहत एक आम व्यक्ति, जगत राम, निवासी मुल्लापुर दाखा, जिला लुधियाना को सरकारी अधिकारी बनकर 42.60 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
आज यह खुलासा करते हुए विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी के खिलाफ यह मामला शिकायतकर्ता राकेश सचदेवा, निवासी एस.बी.एस. नगर, पखोवाल रोड, लुधियाना द्वारा मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर भेजी गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उक्त जगत राम ने लुधियाना इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (एल.आई.टी.) से उसकी लंबित आपत्ति-मुक्ति प्रमाण पत्र (एन.ओ.सी.) दिलवाने के लिए उससे 42.60 लाख रुपये रिश्वत ली थी।
शिकायत के अनुसार, राकेश सचदेवा लुधियाना की ए.सी. मार्केट में एक कपड़ों की दुकान चलाते हैं। उन्होंने वर्ष 2017, 2019 और 2022 में एल.आई.टी. की एल.डी.पी. योजना के तहत तीन संपत्तियां खरीदी थीं। उन्होंने संपत्तियों को अपने नाम स्थानांतरित कराने के लिए एन.ओ.सी. प्राप्त करने हेतु एल.आई.टी. में सभी संबंधित दस्तावेज जमा करवा दिए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कोई प्रमाण पत्र नहीं मिला। इसी दौरान उनकी मुलाकात जगत राम से हुई, जिसने खुद को एल.आई.टी. का कर्मचारी बताया और चंडीगढ़ में एक वरिष्ठ अधिकारी का निजी सचिव होने का दावा किया। आरोपी ने शिकायतकर्ता को भरोसा दिलाया कि वह एन.ओ.सी. दिलवा सकता है, लेकिन इसके बदले में उसने रिश्वत की मांग की।
सचदेवा ने आगे बताया कि जगत राम ने उनसे दो वर्षों के दौरान किस्तों में कुल 42.60 लाख रुपये रिश्वत ली, लेकिन किए गए वादे के अनुसार कोई भी एन.ओ.सी. उपलब्ध नहीं करवाई। अंततः उन्हें पता चला कि जगत राम लुधियाना इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (एल.आई.टी.) का कर्मचारी नहीं, बल्कि एक आम व्यक्ति है, जो चंडीगढ़ में तैनात वरिष्ठ अधिकारी और एल.आई.टी. के अधिकारियों/कर्मचारियों के नाम पर रिश्वत ले रहा था। एक दोस्त की मदद से शिकायतकर्ता ने जगत राम से की गई बातचीत रिकॉर्ड कर ली, जिसमें उसने 37 लाख रुपये रिश्वत लेने की बात स्वीकार की है।
विजीलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस शिकायत की पुष्टि के दौरान मौखिक, ऑडियो और दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर लगे आरोप सही पाए गए। जांच में पता चला कि आरोपी ने गूगल पे के माध्यम से 3.90 लाख रुपये समेत कुल 42.60 लाख रुपये रिश्वत के रूप में लिए थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत विजीलेंस ब्यूरो के थाना लुधियाना रेंज में मामला दर्ज किया गया है। जगत राम को कल सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आगे की जांच के दौरान लुधियाना इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (एल.आई.टी.) के कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी।