Punjab में AAP government के नशा विरोधी अभियान को मिली ऐतिहासिक सफलता!
युद्ध नशयां विरुद्ध – 1572 एफआईआर, 2364 गिरफ्तारियां, 90 किलो हेरोइन, 1128 किलो भुक्की और 51 किलो अफीम जब्त, 33 तस्करों की संपत्तियां भी ध्वस्त
पंजाब के लोग नशीली दवाओं के खतरे को खत्म करने के लिए आप सरकार के साथ एकजुट हो रहे हैं : हरपाल सिंह चीमा
चीमा ने नशा तस्करी को बढ़ावा देने और तस्करों को संरक्षण देने के लिए अकाली-भाजपा और कांग्रेस पार्टी की आलोचना की
आप सरकार की ड्रग्स के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस की नीति है, तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है, वहीं नशा मुक्ति केंद्र युवाओं को नशा छुड़ाने में मदद कर रहा है : चीमा
चंडीगढ़, 16 मार्च (विश्व वार्ता): : पंजाब में नशे के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के अभियान के ऐतिहासिक परिणाम आने शुरू हो गए हैं, जो नशीले पदार्थों के खिलाफ राज्य की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा शुरू किए गए नशा विरोधी अभियान की सफलता की जानकारी मीडिया के साथ साझा की।
चीमा ने कहा कि यह पहल अब एक जन आंदोलन में तब्दील हो चुका है। इसमें पंजाब के लोग दशकों से राज्य में व्याप्त नशीली दवाओं के खतरे को खत्म करने के लिए सरकार का सक्रिय रूप से सहयोग कर रहे हैं।
मादक पदार्थों की तस्करी पर आंखें मूंदने के लिए पिछली अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों की आलोचना करते हुए चीमा ने कहा कि “पिछली सरकारें पंजाब में ड्रग्स तस्करों और गैंगस्टरों के पनपने के लिए जिम्मेदार है। उनके विपरीत मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आप सरकार राज्य से नशीली दवाओं को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि ‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ अभियान के तहत अभी तक पंजाब पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटांसेज (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत कुल 1,572 एफआईआर दर्ज की है और राज्य भर में 2,364 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों पर यह व्यापक कार्रवाई अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
अभियान के परिणामस्वरूप 90 किलोग्राम हेरोइन, 51 किलोग्राम अफ़ीम, 1,128 किलोग्राम भुक्की और 13 किलोग्राम गांजा सहित बड़ी मात्रा में अवैध ड्रग्स जब्त किए गए हैं। इसके अलावा ₹63 लाख की नकदी, जो मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़ा है, जब्त कर ली गई है।
इसके अलावा 33 ड्रग तस्करों से जुड़ी करोड़ों की संपत्ति को भी ध्वस्त कर दिया गया है। ये कार्रवाइयां मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों को एक कड़ा संदेश देती हैं कि अब पंजाब में नशा का कारोबार नहीं चल सकता।
उन्होंने कहा कि यह अभियान नशे की लत से जूझ रहे व्यक्तियों के पुनर्वास को भी प्राथमिकता देता है। नशे के सेवन से पीड़ित सैकड़ों लोगों को सरकार समर्थित नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती कराया गया है, जहां उन्हें समाज में फिर से शामिल होने के लिए उचित उपचार मिल रहा है।
चीमा ने आगे बताया कि पंजाब पुलिस ने हिमाचल प्रदेश पुलिस के सहयोग से प्रमुख ड्रग तस्करी मार्गों को भी नष्ट कर दिया है और सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी नेटवर्क को प्रभावी ढंग से निष्क्रिय कर दिया है। इस समन्वित कार्रवाई से राज्य में ड्रग्स की आपूर्ति पर काफी हद तक अंकुश लगा है।
हरपाल चीमा ने कहा कि आप सरकार नशा तस्करों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति लागू कर रही है। उन्होंने कहा, “किसी भी नशा तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा। उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त कर लिया जाएगा और उन्हें सख्त कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा।”
वित्त मंत्री ने नशा विरोधी अभियान को सफल बनाने में सक्रिय समर्थन के लिए पंजाब के लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आप सरकार पंजाब को नशा मुक्त बनाने के अपने मिशन को जारी रखेगी और राज्य के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य बनाने के अपने वादे को पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के दूरदर्शी नेतृत्व से पंजाब में नशे के खिलाफ लड़ाई आगे भी जारी रहेगी और हम इसमें विजयी होंगे।